Social Work Award: धरती पर ऐसे भी इंसान हैं जिनकी नेक नीयत समाज में उजाला भर देती है, उनकी कर्मठता और त्याग की सुगंध चहुंओर फैल जाती है। इन्हीं परोपकारी कार्यों को सम्मानित करने के लिए संजीवनी गंगा संस्था ने एक अनूठी पहल की है। भारत के रत्न कार्यक्रम के तहत स्वयंसेवी संस्था संजीवनी गंगा ने पीरपैंती में आयोजित एक गरिमामय समारोह में दो विशिष्ट शख्सियतों को ‘प्रकृति रत्न’ सम्मान से नवाजा है।
इस क्रम में स्वर्गीय भगवान यादव को मरणोपरांत यह प्रतिष्ठित सम्मान प्रदान किया गया। शिक्षा के प्रति उनके अदम्य समर्पण और श्री दुर्गा उच्च विद्यालय रामनगर, गोविंदपुर में बड़ी भूमि दान करने जैसे महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें यह सम्मान मिला। संस्था के कार्यालय में आयोजित इस सम्मान समारोह के दौरान उनके पौत्र और प्रसिद्ध समाजसेवी राकेश यादव ने नम आँखों से यह सम्मान ग्रहण किया। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
इसी समारोह में रॉयल शू बाराहाट के संचालक मो. साजिद को भी ‘प्रकृति रत्न’ से सम्मानित किया गया। व्यवसायिक नैतिकता, सामाजिक कार्यों में सक्रिय सहयोग और ग्राहकों के साथ उनके उत्कृष्ट व्यवहार को इस सम्मान का आधार बनाया गया। यह दर्शाता है कि केवल व्यवसाय ही नहीं, बल्कि सामाजिक सरोकार और नैतिक मूल्य भी सफलता के लिए उतने ही महत्वपूर्ण हैं।
Social Work Award: शिक्षा और समाजसेवा का अद्भुत संगम
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री दुर्गा उच्च विद्यालय के प्रधानाचार्य जानकी बिहारी ने संस्था के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने बताया कि संजीवनी गंगा ने पर्यावरण संरक्षण अभियान को सफलतापूर्वक संचालित किया है और अब शिक्षा के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण कार्य करने का बीड़ा उठाया है। अपने दादा को मिले मरणोपरांत सम्मान से भावुक हुए राकेश यादव ने कहा, ‘शिक्षा दान से बढ़कर कोई दान नहीं है। संस्था का यह कार्य वास्तव में परोपकारी है।’
प्रकृति रत्न सम्मान मिलने के बाद मो. साजिद ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि किसी भी व्यवसाय में पूर्ण ईमानदारी ही सफलता के द्वार खोलती है। उन्होंने जोर दिया कि जब तक आप आर्थिक मामलों में स्वच्छ रहेंगे, तब तक ग्राहकों के साथ आपके संबंध मधुर बने रहेंगे। इसके साथ ही, समय का पालन, अच्छा व्यवहार और आत्मविश्वास किसी भी व्यवसायिक सफलता के लिए अत्यंत आवश्यक गुण हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
इस प्रेरणादायी समारोह में अध्यक्ष रघुनंदन पंडित, प्रभारी पंकज मंडल, मनोज यादव, शिक्षक मो. एहसान, मो. मजहर सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे। समारोह का सफल संचालन संस्था के सचिव मो. अयाज ने किया, जिन्होंने अपने प्रभावी वक्तव्य से कार्यक्रम में चार चांद लगाए। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
संजीवनी गंगा की नई पहल: शिक्षा और पर्यावरण संरक्षण
संजीवनी गंगा संस्था का यह ‘प्रकृति रत्न’ सम्मान समाज में उन गुमनाम नायकों को पहचान देने का एक सशक्त माध्यम है, जो निस्वार्थ भाव से समाज और पर्यावरण के लिए अपना योगदान देते हैं। संस्था का यह प्रयास निश्चित रूप से दूसरों को भी प्रेरणा देगा कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में नैतिकता और समर्पण के साथ कार्य करें, ताकि एक बेहतर समाज का निर्माण हो सके। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।


