Bihar Road Construction: विकास की राह पर चलने के लिए कभी-कभी बड़े फैसले लेने पड़ते हैं, जिनकी कीमत कई बार आम आदमी को चुकानी पड़ती है। बिहार की सड़कों का कायाकल्प इसी कड़ी का एक अहम हिस्सा है। सुल्तानगंज-देवघर मुख्य मार्ग के चौड़ीकरण का कार्य तेज गति से जारी है, जिसके लिए भूमि मापी का काम शुरू हो गया है। यह Bihar Road Construction परियोजना बिहार के आधारभूत संरचना विकास की एक महत्वपूर्ण कड़ी है।
बिहार रोड कंस्ट्रक्शन: सुल्तानगंज-देवघर फोरलेन परियोजना का विस्तृत खाका
इस परियोजना के तहत सड़क के मध्य बिंदु से दोनों ओर 48-48 फीट भूमि की मापी की जा रही है। परियोजना के डिजाइनिंग का काम भी युद्ध स्तर पर चल रहा है, जो यह दर्शाता है कि सरकार इस महत्वपूर्ण मार्ग को जल्द से जल्द फोरलेन में तब्दील करने को लेकर कितनी गंभीर है। यह मार्ग न केवल स्थानीय लोगों के लिए, बल्कि पड़ोसी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं और यात्रियों के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
इस महत्वकांक्षी Sultanganj-Deoghar Highway परियोजना को लेकर जहां एक ओर उम्मीदें जगी हैं, वहीं दूसरी ओर किसानों की चिंताएं भी बढ़ गई हैं। किसानों को विशेष रूप से सड़क के एलाइनमेंट (संरेखण) को लेकर आशंकाएं हैं। उन्हें डर है कि सड़क के नए नक्शे के कारण उनकी उपजाऊ जमीन या घर परियोजना की जद में आ सकते हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। प्रशासन का कहना है कि सभी नियमों का पालन करते हुए ही भूमि अधिग्रहण और निर्माण कार्य किया जाएगा, ताकि किसी को अनावश्यक परेशानी न हो।
भूमि मापी दल लगातार क्षेत्र का दौरा कर रहा है और स्थानीय लोगों से संवाद स्थापित करने का प्रयास कर रहा है। हालांकि, कई किसानों का मानना है कि उन्हें पर्याप्त जानकारी नहीं मिल रही है और मुआवजे के संबंध में भी स्पष्टता का अभाव है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
किसानों की बढ़ी चिंताएं: मुआवजा और उचित एलाइनमेंट की मांग
किसान संगठनों ने सरकार से अपील की है कि वे भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को पूरी पारदर्शिता के साथ पूरा करें और किसानों को उनकी जमीन का उचित मुआवजा दें। उनका कहना है कि अगर एलाइनमेंट में बदलाव होता है, तो इससे कई परिवारों पर सीधा असर पड़ेगा। इस पर सरकार को संवेदनशीलता के साथ विचार करना चाहिए। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
फोरलेन सड़क बनने से यातायात सुगम होगा, समय की बचत होगी और दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी। यह क्षेत्र के आर्थिक विकास को भी गति देगा। खासकर, देवघर में स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम के दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह यात्रा और भी आसान हो जाएगी। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि किसानों की चिंताओं को ध्यान में रखा जाएगा और सभी स्टेकहोल्डर्स के साथ बातचीत कर समाधान निकाला जाएगा। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।



