भागलपुर न्यूज़:
सुल्तानगंज की धरती पर हवाई जहाज उतरने का सपना अब हकीकत के और करीब आ गया है। सालों से जिस ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का इंतजार हो रहा था, उसे लेकर अब सबसे बड़ी बाधा दूर हो गई है। सरकार ने खजाना खोल दिया है और जिला प्रशासन ने खुद मोर्चा संभाल लिया है।
भागलपुर के सुल्तानगंज में प्रस्तावित ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण की दिशा में एक बड़ा और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। बिहार सरकार ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए प्रारंभिक राशि के तौर पर 432.32 करोड़ रुपये आवंटित कर दिए हैं। इस राशि के जारी होने के बाद परियोजना के जमीनी स्तर पर शुरू होने की उम्मीदें प्रबल हो गई हैं। यह फंड आवंटन इस बात का संकेत है कि सरकार हवाई अड्डे के निर्माण को लेकर गंभीर है और जल्द से जल्द काम शुरू करना चाहती है।
करोड़ों का बजट, अब रफ्तार पकड़ेगा काम
जानकारी के अनुसार, यह 432.32 करोड़ रुपये की राशि परियोजना के शुरुआती चरण के खर्चों के लिए है, जिसमें भूमि अधिग्रहण और अन्य प्रारंभिक निर्माण कार्य शामिल हो सकते हैं। इस फंड के मिलने से उन सभी बाधाओं को दूर करने में मदद मिलेगी जो अब तक प्रोजेक्ट की राह में रोड़ा बनी हुई थीं। जिला प्रशासन अब तेजी से भूमि अधिग्रहण और अन्य औपचारिकताओं को पूरा करने की दिशा में काम करेगा ताकि निर्माण एजेंसी को जल्द से जल्द साइट सौंपी जा सके।
इस बड़ी प्रगति के बाद, जिला पदाधिकारी (DM) ने खुद कमान संभालते हुए प्रस्तावित एयरपोर्ट स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों के साथ साइट का दौरा कर उन सभी तकनीकी और भू-परिस्थितिगत चुनौतियों का जायजा लिया, जो निर्माण के दौरान समस्या बन सकती हैं।
तकनीकी अड़चनों को दूर करने पर जोर
डीएम ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि निर्माण शुरू होने से पहले सभी संभावित तकनीकी बाधाओं को पहचान कर उनका समाधान निकाल लिया जाए। उनका जोर इस बात पर था कि काम शुरू होने के बाद किसी भी वजह से इसमें देरी नहीं होनी चाहिए। प्रशासन का लक्ष्य एक सुचारू और समयबद्ध तरीके से परियोजना को पूरा करना है। इसके लिए जमीन की प्रकृति, जल निकासी और आसपास के क्षेत्र की कनेक्टिविटी जैसे मुद्दों पर गहनता से विचार किया जा रहा है।
सुल्तानगंज में इस एयरपोर्ट का निर्माण हो जाने से पूरे पूर्वी बिहार की तस्वीर बदल सकती है। यह न केवल भागलपुर, बल्कि आसपास के जिलों जैसे मुंगेर, बांका और जमुई के लिए भी विकास के नए द्वार खोलेगा। इसके बनने से होने वाले कुछ प्रमुख फायदे इस प्रकार हैं:
- बेहतर कनेक्टिविटी: लोगों को दिल्ली, मुंबई, कोलकाता जैसे बड़े शहरों के लिए सीधी हवाई सेवा मिल सकेगी, जिससे समय और पैसे दोनों की बचत होगी।
- व्यापार को बढ़ावा: भागलपुर को ‘सिल्क सिटी’ के रूप में जाना जाता है। एयरपोर्ट बनने से यहां के रेशम उद्योग को देश और विदेश के बाजारों तक सीधी पहुंच मिलेगी।
- पर्यटन में उछाल: विक्रमशिला महाविहार, मंदार पर्वत और अन्य ऐतिहासिक स्थलों तक पर्यटकों की पहुंच आसान हो जाएगी, जिससे स्थानीय पर्यटन उद्योग को बल मिलेगा।
- रोजगार सृजन: एयरपोर्ट के निर्माण और संचालन से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से हजारों लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
कुल मिलाकर, फंड आवंटन और जिला प्रशासन की सक्रियता ने सुल्तानगंज एयरपोर्ट परियोजना को नई जान दे दी है। अब उम्मीद है कि जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होगा और दशकों पुराना यह सपना साकार रूप लेगा।


