भागलपुर जिले से इस वक्त की बड़ी खबर आ रही है यहां, विषाक्त भोजन खाने से तीन दर्जन बच्चे बीमार हो गई हैं। इसमें से कइयों की हालत गंभीर है। सिविल सर्जन रंगरा पीएचसी पहुंचकर मामले की जांच में जुट गए हैं। मामला नवगछिया अनुमंडल अंतर्गत मध्य विद्यालय दुर्गा स्थान तिनटेंगा दियारा का है। पढ़िए पूरी खबर
जानकारी के अनुसार, गुरुवार को मध्य विद्यालय दुर्गा स्थान तिनटेंगा दियारा उस समय अफरा-तफरी मच गई जब भोजन करने के बाद एक के बाद एक बच्चे बीमार होने लगे। पता चला कि मध्याह्न भोजन करने के बाद तीन दर्जन से अधिक बच्चे बीमार हो गए।
रंगरा पीएचसी प्रभारी डॉ. रंजन कुमार ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं। यहां दो दर्जन से अधिक बच्चों को लाया गया। सभी की स्थिति स्थिर है। दूषित पानी या दूषित भोजन की वजह से यह समस्या हुई होगी। वहीं इस घटना की जानकारी मिलते ही भागलपुर के सिविल सर्जन डॉ.उमेश शर्मा ने भी रंगरा पीएचसी पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया।
बताया जाता है कि मध्याह्न भोजन खाते-खाते एक के बाद एक बच्चे बीमार पड़ते चले गए। कई को उल्टियां भी हुईं तो कई पेट दर्द और चक्कर आने की शिकायत करने लगे। जिन्हें तत्काल स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से चिकित्सक के पास ले जाया गया। जहां प्राथमिक उपचार करने के बाद अधिकांश बच्चों को रंगरा पीएचसी ले जाया गया। वहां भी अधिकांश बच्चों को पानी चढ़ाया गया और उपचार किया गया। एक बच्चे को अनुमंडलीय अस्पताल नवगछिया भी लाया गया।
मौके पर रंगरा बीडीओ, प्रखंड प्रमुख संजीव कुमार उर्फ मोती यादव, जिला पार्षद शबाना आजमी, भाजपा नेता मुक्ति नाथ सिंह, जदयू कार्यकर्ता पवन कुमार सिंह ने भी रंगरा पीएचसी पहुँचकर स्थिति का जायजा लिया।
मौके पर रंगरा पीएचसी पहुंचे कई ग्रामीणों ने प्रधानाध्यापक रामावतार पासवान की भी शिकायत करते हुए बताया कि घाटियां चावल से भोजन बनवाया जाता है, भोजन में कीड़ा भी निकलता है। वहीं मध्याह्न भोजन प्रभारी ने बताया कि आज के मीनू में चावल दाल और हरी सब्जी का भोजन था। भोजन में कोई गड़बड़ी नहीं है।