Bhagalpur Tulsi Pujan Diwas: धरती पर जैसे पेड़-पौधे जीवन का आधार होते हैं, वैसे ही संस्कृति किसी समाज की आत्मा होती है। इस आत्मा को सहेजने और संवारने वाले कर्मवीरों का सम्मान, एक ऐसे पवित्र दिवस पर जब हर घर में आस्था का दीप जल रहा था।
Tulsi Pujan Diwas: नवगछिया में 63 संस्थाओं का भव्य सम्मान, स्वामी आगमनंद ने बढ़ाया मान
नवगछिया विकास समिति और बाल भारती विद्यालय परिवार, नवगछिया के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ‘अपनी संस्कृति अपनी पहचान’ विषय पर परिचर्चा एक ऐतिहासिक पल बन गया। यह गरिमामयी आयोजन माता बिहुला विषहरी की धरोहर के संरक्षण और तुलसी पूजन दिवस के पावन अवसर पर बाल भारती विद्यालय में सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर नवगछिया नगर क्षेत्र सहित आसपास की 63 प्रमुख समाजसेवी, स्वयंसेवी और कल्याणकारी संस्थाओं के पदाधिकारियों एवं सदस्यों को परमहंस स्वामी आगमनंद जी महाराज ने सम्मानित किया। समाज और जन कल्याण के लिए इन संस्थाओं के अतुलनीय योगदान को देखते हुए, उन्हें यह देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें सामाजिक सम्मान प्रदान किया गया। स्वामी जी ने उन्हें अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह (मोमेंटो), अपनी स्वरचित ‘श्रीदुर्गा चरित मानस’ और ‘कोरोनाकालीन अंतरराष्ट्रीय साहित्य संचयन’ पुस्तक भेंट कर सम्मानित किया।कार्यक्रम का भव्य शुभारंभ वैदिक आचार्यों द्वारा स्वस्तिवाचन के साथ हुआ। परमहंस स्वामी आगमनंद जी महाराज के साथ-साथ विद्यालय परिवार के अध्यक्ष पवन कुमार सर्राफ, उपाध्यक्ष अजय कुमार रुंगटा, डॉ. बी.एल. चौधरी, सचिव अभय प्रकाश मुनका, सह सचिव प्रवीण केजरीवाल, प्राचार्य नवनीत सिंह, उलूपी झा, मनु शेखर जी, प्राचार्य कौशल किशोर जायसवाल, शिव शक्ति योगपीठ के वरिष्ठ पदाधिकारीगण और कई प्रतिष्ठित समाजसेवियों ने मिलकर दीप प्रज्वलित कर इस समारोह का विधिवत उद्घाटन किया। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
Tulsi Pujan Diwas: संस्कृति और सेवा का अद्भुत संगम
इस अवसर पर आकाशवाणी के प्रसिद्ध गायक बलवीर सिंह बग्घा ने अपनी मधुर वाणी में गुरु वंदना प्रस्तुत कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके उपरांत, विद्यालय की छात्राओं ने मनमोहक स्वागत गान और तुलसी माता के गुणों का बखान करते हुए अपनी प्रस्तुति दी, जिससे उपस्थित सभी लोग भाव-विभोर हो गए।
प्रेरणादायक उद्बोधन और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ
परमहंस स्वामी आगमनंद जी महाराज ने इस मौके पर जीवन में शिक्षा के महत्व और बाल भारती विद्यालय की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि बाल भारती विद्यालय नवगछिया की एक गौरवशाली धरोहर है, जो क्षेत्रवासियों को उचित, व्यावहारिक, सम्यक और व्यावसायिक शिक्षा प्रदान कर रहा है। शिक्षा के इस व्यापक स्वरूप को सुव्यवस्थित तरीके से संचालित करना वास्तव में एक महान कार्य है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। उन्होंने महासती बिहुला के अलौकिक चरित्र, उनकी गाथा और उनके पराक्रम का भी विस्तार से वर्णन किया। साथ ही, उन्होंने माता तुलसी के पूजन के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व पर जोर देते हुए ‘अपनी संस्कृति अपनी पहचान’ को बनाए रखने का संदेश दिया।




