Winter Camp Bhagalpur: ठंड की सर्द हवाओं में जब शहरों में सन्नाटा पसरा था, तब भागलपुर में नन्हे-मुन्नों की किलकारियों और खिलखिलाहट ने माँ आनंदी फाउंडेशन के प्रांगण को एक नई ऊर्जा से भर दिया। यह सिर्फ एक शिविर नहीं, बल्कि बच्चों के भविष्य को गढ़ने का एक अनूठा प्रयास था, जिसने उन्हें मोबाइल की दुनिया से बाहर निकालकर असली बचपन जीने का अवसर दिया।
Winter Camp Bhagalpur: बच्चों के संपूर्ण विकास की दिशा में अहम पहल
भागलपुर में माँ आनंदी फ़ाउंडेशन के प्रांगण में आयोजित विंटर कैंप ने एक बार फिर साबित कर दिया कि सही मार्गदर्शन और रचनात्मक वातावरण बच्चों के लिए कितना महत्वपूर्ण हो सकता है। मैडम शालिनी के कुशल नेतृत्व में संचालित इस विशेष शिविर में विभिन्न सत्रों का आयोजन किया गया, जिनमें बच्चों ने जमकर मस्ती की और कई नई चीजें सीखीं। आज के प्रमुख सत्रों में पिकनिक, डांसिंग, क्विज प्रतियोगिताएँ और सामाजिक दायित्व की महत्वपूर्ण जानकारियाँ शामिल थीं। बच्चों ने इन गतिविधियों में उत्साहपूर्वक भाग लिया और आनंदमय क्षणों का अनुभव किया।
मैडम शालिनी द्वारा उठाया गया यह कदम वर्तमान समय में अत्यंत सराहनीय है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। आज के आधुनिक युग में, जब बच्चे मोबाइल फोन और एकल परिवार की जीवनशैली के कारण अनेक सामाजिक एवं नैतिक गुणों से वंचित रह जाते हैं, ऐसे में इस तरह के कैंप संजीवनी का काम करते हैं। ये शिविर बच्चों को एक-दूसरे के साथ जुड़ने, सीखने और अपनी क्षमताओं को पहचानने का अवसर प्रदान करते हैं। यहाँ ध्यान, योग और पर्सनैलिटी डेवलपमेंट जैसी गतिविधियों के माध्यम से बच्चों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित किया जा रहा है, जो उनके उज्जवल भविष्य की नींव रखता है।
इस कैंप का मुख्य उद्देश्य बच्चों को केवल अकादमिक ज्ञान देना नहीं, बल्कि उन्हें एक जिम्मेदार नागरिक बनाना भी है। उन्हें सिखाया गया कि कैसे वे समाज के प्रति अपने कर्तव्यों को समझें और उन्हें पूरा करें। यह विंटर कैंप बच्चों को शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाने की दिशा में एक प्रभावी प्रयास है।
शालिनी मैडम की अनोखी पहल: आधुनिक चुनौतियों का समाधान
इस अवसर पर, माँ आनंदी संस्था की संस्थापक प्रिया सोनी ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि आज के दौर में बच्चे शारीरिक गतिविधियों से दूर होते जा रहे हैं, जिसका मुख्य कारण इलेक्ट्रॉनिक उपकरण हैं। इन उपकरणों के अत्यधिक उपयोग से समाज में कई दुष्प्रभाव भी देखने को मिल रहे हैं। उन्होंने सभी बच्चों और अभिभावकों से अनुरोध किया कि वे बच्चों को शारीरिक गतिविधियों की ओर जरूर अग्रसर करें। उनका मानना है कि खेल-कूद और आउटडोर एक्टिविटीज से बच्चों का न केवल स्वास्थ्य बेहतर होता है, बल्कि उनमें टीम वर्क और नेतृत्व क्षमता जैसे गुण भी विकसित होते हैं।
प्रिया सोनी ने आगे कहा कि बच्चों को फिजिकल एक्टिविटीज में शामिल करके, हम उन्हें अपने भविष्य के साथ-साथ राष्ट्रहित में भी अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित कर सकते हैं। यह सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि बच्चों के सर्वांगीण विकास और एक स्वस्थ व सक्रिय पीढ़ी के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: https://deshajtimes.com/news/national/ आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इस तरह के कैंप बच्चों को न केवल शिक्षित करते हैं, बल्कि उन्हें एक संतुलित जीवन शैली अपनाने के लिए भी प्रेरित करते हैं, जो उनके दीर्घकालिक विकास के लिए आवश्यक है।





