बक्सर। बक्सर जिले में शिक्षक नियोजन में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े का मामला उजागर हुआ है । इस फर्जीवाडे का खुलासा करते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी अमर भूषण ने बताया कि बक्सर जिले में कुल 1,913 पदों के लिए 703 अभ्यार्थियों का चयन हुआ है।इनमें 121 का चयन फर्जी पाया गया है।
जिला शिक्षा पदाधिकारी के अनुसार इस फर्जीवाड़े के जांच के दौरान कई चौकाने वाले तथ्य सामने आये है। इस बाबत पूरी नियोजन की प्रक्रिया की जांच गम्भीरता पूर्वक की जा रही है।
बक्सर जिले में कुल 146 नियोजन इकाई है जिसमे दो नगर परिषद 11 प्रखंड नियोजन इकाई तथा 133 पंचायत नियोजन इकाई है। डीईओ ने कहा की 27 अगस्त को प्रधान सचिव द्वारा स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि नियोजन में एक भी गलत नही होनी चाहिए। अगर गलतिया पाईं जा रही हो तो अविलम्ब उस पर कारवाई की जाए।
निर्देश के आलोक में जिला शिक्षा विभाग द्वारा जांच के दौरान यह पाया गया की नियोजन में चयनित 703 अभ्यार्थियों में 121 अभ्यार्थियों के मूल प्रमाणपत्र समेत अन्य कागजातों में काफी गडबडिया है।
जिला शिक्षा विभाग के द्वारा उपलब्ध सीडी से जब मिलान किया गया तो किसी के नाम में गडबडिया पाई जा रही है,तो किसी का रिजल्ट नही दिख रहा है। यानी वह कैंडीडेट है ही नहीं और जो प्रमाणपत्र जमा किया गया है वह स्कैन्ड है जो दिखने में ओरिजनल लग रहा है।
डीईओ ने कहा न्याय के तहत सभी 121 फर्जी पाए गये अभ्यार्थियों को एक और मौक़ा देते हुए 14 से 16 सितंबर तक का समय दिया गया है। इस दौरान अभ्यार्थी अपने साक्ष्य के साथ उपस्थित होकर अपना बचाव कर सकते है।