पूर्वी चंपारण से बड़ी खबर है जहां जिला पुलिस की टीम ने रामगढ़वा थाना क्षेत्र स्थित शिव शक्ति राइस मिल के गेट पर राइस मिल के अकाउंटेंट की हत्या मामले का खुलासा हो गया है। मुंशी ने खुद ही रची थी लूट साजिश।
मगर लुटेरों ने दे दिया धोखा और उसमें उसी मुंशी की जान भी ले ली। इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही, मुंशी दिलीप सिंह को गोली मारकर 27 लाख कैश लूट का पर्दाफाश कर दिया है जहां लूट की साजिश मिल के मुंशी दिलीप सिंह ने ही बनायी थी।
जानकारी के अनुसार,अभी तक के अनुसंधान में जो बातें सामने आयी है, उसके अनुसार लूट की घटना में मिल का मुंशी दिलीप सिंह भी शामिल था। उसने ही लूट की साजिश रची थी। लूट की राशि में से सबसे ज्यादा हिस्सा लेने वाला था। क्योंकि उसको घर बनवाना था। यहां तक सब ठीक ठाक चल रहा था। लेकिन, इसके बाद दिलीप के साथियों ने उसे यानी कि साजिशकर्ता को ही धोखा दे दिया।
इसकी जानकारी देते एसपी कान्तेश कुमार मिश्र ने बताया दिलीप सिंह को शेयर देना ही नहीं पड़े, इसलिए उसकी हत्या कर दी। इस घटना में कुछ अन्य लोग भी शामिल हैं। जिसकी जांच चल रही है। जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
जानकारी के अनुसार, 15 अक्टूबर की रात रामगढ़वा थाना क्षेत्र स्थित शिवशक्ति राइस मिल के अकाउंटेंट दिलीप सिंह और आमोदेई सुगवा टोला के रहने वाले ड्राइवर सुरेश कुशवाहा टाटा सफारी गाड़ी से लहना वसूल कर राइस मिल लौट रहे थे।
इसी दौरान बिना नंबर के बोलेरो पर सवार पांच-छह की संख्या में पहले से घात लगाए अपराधियों ने उनकी गाड़ी को घेरकर अंधाधुंध फायरिंग शुरु कर दी। दोनों के सीने में गोली लगी. फायरिंग के बाद अपराधी आराम से गाड़ी की पिछली सीट पर रखे रुपयों से भरे बैग को लेकर फरार हो गया।
इसकी जानकारी देते एसपी कान्तेश कुमार मिश्र ने बताया कि रामगढ़वा थाना क्षेत्र में राइस मिल के मुंशी से लूट और हत्या की घटना के बाद इसके सफल उद्भेदन के लिए एएसपी सदर राज के नेतृत्व में एक टीम बनायी गई थी। टीम ने उस लूट और हत्याकांड का उद्भेदन कर लिया है।
इस मामले में पलनवा के भुलन महतो, छौड़ादानो के गजेंद्र कुशवाहा और रामगढ़वा के किशोरी कुशवाहा गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से दो कट्टा, चार कारतूस, एक चाकू बरामद किया गया है।उन्होने बताया कि लूट की घटना में मिल का मुंशी दिलीप सिंह भी शामिल था। उसने ही लूट की साजिश रची थी।
लूट की राशि में से सबसे ज्यादा हिस्सा लेने वाला था।लेकिन लूट के साजिश में शामिल उसके अन्य साथियो ने उसको धोखा दे दिया।वे लोग दिलीप सिंह को लूट की राशि में शेयर ही नही देना चाह रहे थे।इस कारण इनलोगो ने उसकी हत्या कर दी।
एसपी श्री मिश्र ने बताया कि इस घटना में कुछ अन्य लोग भी शामिल हैं, जिसका अनुसंधान जारी है। उल्लेखनीय है,कि बीते 15 अक्टूबर की रात रामगढ़वा थाना क्षेत्र स्थित शिवशक्ति राइस मिल के अकाउंटेंट दिलीप सिंह और आमोदेई सुगवा टोला के रहने वाले ड्राइवर सुरेश कुशवाहा टाटा सफारी गाड़ी से राइस के बकाया राशि की वसूली कर मिल लौट रहे थे।
इसी दौरान बिना नंबर के बोलेरो पर सवार पांच-छह की संख्या में पहले से घात लगाए अपराधियों ने उनकी गाड़ी को घेरकर अंधाधुंध फायरिंग करते हुए सफारी में पिछली सीट पर रखे रूपये भरा बैग लेकर फरार हो गये।
हालांकि फायरिंग के दौरान सीने में गोली लगने से मुंशी दिलीप सिंह की मौत हो गई। जबकि ड्राईवर सुरेश का इलाज चल रहा है।वही इस घटना के बाद सीतामढी निवासी मृतक दिलीप सिंह की पत्नी पूनम देवी ने राइस मिल के मालिक वीरेंद्र कुमार और उनके पार्टनर मुन्ना मारवाड़ी समेत कई लोगों को आरोपित किया था।