पटना न्यूज़: बिहार की सियासत में एक नए किरदार ने दस्तक दी है। वह ऑटो से बैठक में पहुंचते हैं और विधानसभा के पहले ही दिन पैरों में चप्पल पहनकर दाखिल हो गए। विधायक का यह अंदाज़ आम लोगों से लेकर सियासी गलियारों तक चर्चा का विषय बना हुआ है। जानें कौन हैं डॉ. गौतम कृष्ण और क्यों उनकी सादगी बनी है सुर्खियां?
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के विधायक डॉ. गौतम कृष्ण इन दिनों अपनी ख़ास शैली और सादगी के कारण सुर्खियां बटोर रहे हैं। कुछ दिन पहले वह अपनी पार्टी की महत्वपूर्ण बैठक में शामिल होने के लिए ऑटो से पहुंचे थे, और अब सोमवार, 1 दिसंबर 2025 को जब उन्हें विधानसभा के सत्र में भाग लेना था, तो वह पैरों में चप्पल पहनकर ही पहुंच गए। उनकी यह छवि, एक जन प्रतिनिधि के तौर पर दबदबे से ज़्यादा सादगी दर्शाती है, जिसकी चारों ओर खूब चर्चा हो रही है। विधायक बनने से पहले डॉ. कृष्ण एक प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) के रूप में कार्य कर चुके हैं।
महिषी विधानसभा सीट से जीतकर सदन पहुंचे डॉ. गौतम कृष्ण ने सोमवार को विधानसभा परिसर में पत्रकारों से खुलकर बातचीत की। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता जनहित के मुद्दों को उठाना और क्षेत्र के विकास के लिए काम करना होगा। इस अवसर पर उन्होंने जनता और मीडिया का भी आभार व्यक्त किया। जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि वह चप्पल पहनकर क्यों आए हैं, तो उन्होंने सहजता से जवाब दिया, “मैं हमेशा चप्पल ही पहनता हूं। इसमें मैं सहज महसूस करता हूं।”
सादगी या सियासी संदेश?
अपनी प्राथमिकताओं को बताते हुए, डॉ. कृष्ण ने कहा कि महिषी विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं ने अपने बेटे को जिस विश्वास और उम्मीद के साथ विधानसभा भेजा है, वे उन सपनों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने विशेष रूप से ज़ोर देते हुए कहा, “लोकतंत्र के इस मंदिर में, बाबासाहेब अंबेडकर के संविधान और गरीबों के मसीहा लालू प्रसाद यादव के दिखाए रास्ते पर चलकर, मैं अपने क्षेत्र की जनता के हक की लड़ाई लड़ूंगा। विकास और सम्मान की रेखा खींचना मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी।”
शपथ से पहले ‘जय महिषी, जय लालू’
विधानसभा में शपथ ग्रहण से ठीक पहले, डॉ. गौतम कृष्ण ने अपने सोशल मीडिया हैंडल ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक भावुक पोस्ट साझा किया। उन्होंने महिषी विधानसभा के ‘भाग्य विधाता जनता मालिकों’ को संबोधित करते हुए लिखा:
- “आज मेरा शपथ ग्रहण है। आपने अपने वोट रूपी आशीर्वाद से मेरे जैसे एक साधारण गरीब कार्यकर्ता के बेटे को बीडीओ से विधायक बनाकर विधानसभा भेजने का काम किया है।”
- उन्होंने आगे कहा, “आज विधानसभा का पहला दिन है और इसकी शुरुआत विधिवत रूप से शपथ ग्रहण से होगी। मैं इस शुभ दिन पर आप सभी बड़े-बुजुर्गों, शुभचिंतकों से प्यार और आशीर्वाद की कामना करता हूं।”
- पोस्ट के अंत में उन्होंने अपने पारंपरिक नारों के साथ अपनी प्रतिबद्धता दोहराई: “जय महिषी!… जय लालू!… जय तेजस्वी!… जय राजद!”








