बेगूसराय। त्रिस्तरीय पंचायती राज चुनाव के चौथे चरण के मतदान में भी मतदाताओं में गजब का जोश देखा जा रहा है। पिछले तीन दिनों से लगातार जारी बारिश के बावजूद बुधवार को बेगूसराय के सभी 246 मतदान केंद्रों पर सुबह से ही मतदाताओं की भीड़ लग गई।
बारिश से किसी तरह बचते हुए लोग अपने गांव की सरकार चुनने में जबरदस्त दिलचस्पी दिखा रहे हैं। महिलाओं ने काम-धाम छोड़कर सबसे पहले लोकतंत्र में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने का प्रयास किया है।
चौथे चरण के तहत बेगूसराय जिला के दो प्रखंड खोदावंदपुर एवं नावकोठी के 17 पंचायतों में मतदान की प्रक्रिया चल रही है। बारिश ने मतदान को प्रभावित करने का प्रयास किया, लेकिन लोगों के उत्साह के आगे सब कुछ फीका पड़ गया। सभी जगहों पर कड़े सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान की प्रक्रिया चल रही है, वरीय अधिकारी लगातार भ्रमण कर रहे हैं। मतदान शुरू होने के समय खोदावंदपुर प्रखंड के बरियारपुर पूर्वी पंचायत बूथ नंबर-42 सहित कई जगहों पर ईवीएम एवं बायोमेट्रिक सिस्टम में गड़बड़ी होने से मतदान शुरू होने में देर लगी लेकिन खराबी की सूचना मिलते ही पहुंचे इंजीनियर ने मशीन को ठीक कर मतदान शुरू करवा दिया है।

इधर चौथे चरण के मतदान में भी मतदाताओं का उत्साह तथा खासकर युवाओं और महिलाओं की भागीदारी बदलाव का संदेश दे रही है। मतदाता होशियार हो चुके हैं तथा कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं। लेकिन जिस तरीके से मतदाताओं द्वारा चर्चा की जा रही है उससे स्पष्ट है कि पिछले चरणों के पंचायत चुनाव में जैसे 90 प्रतिशत से अधिक निवर्तमान मुखिया, सरपंच, जिला परिषद एवं पंचायत समिति सदस्य सहित सभी जनप्रतिनिधि नकार दिए गए हैं। उसी तरह का माहौल इन दोनों प्रखंड में भी दिख रहा है।
मतदाताओं का कहना है-
गांव की सरकार राष्ट्र के सरकार से कहीं कम नहीं होती है, पहले गांव तब देश। पूर्व के समय में लोग एक ही जनप्रतिनिधि को बार-बार चुनते थे, जिसके कारण जीतने वाले लोग सरकार के दिशा निर्देश नहीं, अपने हिसाब से काम करते थे। गांव और ग्रामीण के विकास से अधिक उनका अपने विकास पर ध्यान रहता है, जिसके कारण बदलाव जरूरी है। जहां कहीं भी बदलाव होता है वहां विकास की गति तेज होती है।

इस उद्देश्य से हमलोग अच्छे जनप्रतिनिधि, सच्चे जनप्रतिनिधि, शिक्षित जनप्रतिनिधि और जागरूक जनप्रतिनिधि का चुनाव कर रहे हैं। नावकोठी के छतौना में मतदान करने जा रही कजोमा देवी एवं संजू देवी की माने तो बदला सृष्टि का नियम है और सृष्टि के नियम का ही इस चुनाव में हमलोग भी पालन कर रहे हैं।
बारिश में भीगते हुए वोट देने जा रहे हैं तो कहीं ना कहीं बेहतर करने जा रहे हैं। लोकतंत्र में हमारी भागीदारी से हमारे गांव की सरकार बनेगी, इसलिए सब काम छोड़ कर सबसे पहले मतदान करने जा रहे हैं, मतदान करने के बाद ही खाना भी बनेगा।

बारिश के बीच डाले जा रहे वोट, लोगों में दिख रहा उत्साह
मोतिहारी। रूक रूक कर हो रही बारिश और बूंदाबांदी के बीच आज चौथे चरण में जिले के दो प्रखंड ढाका और केसरिया में पंचायत चुनाव के लिए वोट डाले जा रहे है। मौसम के बेरूखी के बाद भी लोगों में मतदान को लेकर भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। सुरक्षा के चाक चौबंद व्यवस्था के बीच महिलाओं की कतार भी देखने को मिल रही है।

कतारबद्ध मतदाता छतरी तान कर रहे मतदान की बारी का इंतजार
किशनगंज। बिहार के सीमावर्ती किशनगंज में आज मतदाताओं में बारिश के बाद भी उत्साह देखा जा रहा है। बारिश में भी कतारबद्ध मतदाता छतरी तान खड़े अपने मतदान की बारी का इंतजार कर रहे है।
जिले में लगातार तीसरे दिन गरज के साथ हो रही बारिश के बीच बुधवार को उत्क्रमित मध्य विद्यालय,फुलबारी चकला पंचायत के बूथ केन्द्र पर मतदान के पहले राउंड में ही लंबी कतार में मतदाता डटे रहें ।
इस केन्द्र पर कुछ महिला मतदाता तो अपने गोद में नन्हें बच्चें लिए भी खडी़ थी ।कुछ मतदाता तो कतार में बारिश के बचाव में बिना छतरी के ही माथे पर मात्र गमछा या पोलिथीन बांधकर बारिश में भींगकर भी डटें रहें। मतदाताओं की ऐसी उत्साह भारत के मजबूत लोकतंत्र के प्रति एक आस्था का परिचय देती है।

उल्लेखनीय है कि चाक -चौबंद सुरक्षा व्यवस्था में त्रिस्तरीय पंचायत आम चुनाव 2021 के चौथे चरण में किशनगंज प्रखंड के कुल दस पंचायत में 20 अक्टूबर को सुबह सात बजे से मतदान हो रही है और मतगणना आगामी 22 अक्टूबर को बाजार समिति किशनगंज में होना है।