बिहारशरीफ। सदर अस्पताल सर्जरी विभाग में डॉक्टर के गायब रहने से परिजनों ने हंगामा शुरु कर दिया। कुछ परिजनों की शिकायत थी कि बच्चे का इलाज ठीक से नहीं हो रहा है। (In Bihar, the family created a ruckus over the disappearance of doctors. The relatives said, on the matter of complaining, they say, go somewhere, it is not going to make any difference!) वही थरथरी से अपने बच्चे को डिस्चार्ज के लिए आई महिला डॉक्टर नहीं रहने के कारण दो दिन से भटक रही थी।
दयानंद पासवान ने कहा
हमारी पोती भर्ती है लेकिन कई दिनों से सुन रहे हैं कि सुबह में डॉक्टर नहीं आती है। शिकायत करने की बात पर कहा जाता है कि कहीं जाइये, कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। वहीं अनीता देवी ने कहा कि कुछ दिन पहले हमरे बच्चे को थरथरी से रेफर किया गया था। यहां डॉक्टर बोले की दो दिन भर्ती करना पड़ेगा। लेकिन बच्चे को ले जाने के लिए दो दिन से चक्कर लगा रहे हैं। डॉक्टर नहीं रहने के कारण छुट्टी नहीं दी जा रही है।
हंगामे की सूचना मिलते ही डीएस डॉ. सुजीत कुमार अकेला एसएनसीयू पहुंचे और परिजनो की समस्या सुनी। डॉक्टर नहीं रहने की बात पर उपस्थिति पंजी को देखा गया तो डॉ. रुचि कुमारी बिना सूचना के ही एक अगस्त से अनुपस्थित थी। डॉक्टर की उपस्थिति काटते हुए स्पष्टीकरण की मांग की गई है।
डीएस ने बताया
परिजनों द्वारा हंगामा किए जाने पर जब उपस्थिति पंजी देखा तो डॉ. सुरुचि एक अगस्त से ही गायब हैं। इसकी सूचना किसी भी अधिकारी को नहीं दी गई है। डीएस ने बताया कि किसी प्रकार की समस्या होती है तो सबसे पहले प्रबंधन को जानकारी देनी चाहिए ताकि दूसरे डॉक्टर की ड्यूटी लगाई जा सके।
लेकिन बिना सूचना दिए ही डॉ. सुरुचि गायब हैं। कार्रवाई की जा रही है।