बिहार में नियोजित शिक्षकों में आक्रोश अब मानवाधिकार तक पहुंच गया है। नाराजगी इस कदर है कि शिक्षकों ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को इसकी शिकायत की है। इस मामले को लेकर टीईटी शिक्षक संघ ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का दरवाजा खटखटाते हुए शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक और विभिन्न जिलों के शिक्षा पदाधिकारियों की ओर से जारी पत्रों को निरस्त करवाने की मांग की है।
जानकारी के अनुसार,के के पाठक ने धरना-प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। वहीं, शिक्षा विभाग ने 11 जुलाई को पटना के गर्दनीबाग में शिक्षकों के प्रदर्शन में शामिल शिक्षकों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दे दिए। वीडियो फुटेज से सभी शिक्षकों की पहचान की जा रही है। इनके खिलाफ सस्पेंशन की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
के के पाठक ने 13 जुलाई को विद्यालयों में शत-प्रतिशत उपस्थिति को लेकर भी पत्र लिखा है। तेरह जुलाई आज शिक्षकों के मुद्दे पर भाजपा के विधानसभा घेराव कार्यक्रम है। इस बीच टीईटी शिक्षक संघ शिक्षा विभाग की कार्रवाइयों को असंवैधानिक बताते हुए उसके खिलाफ राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग पहुंच गया है। संघ ने मानवाधिकार आयोग से केके पाठक और जिलों के शिक्षा पदाधिकारियों के पत्रों को निरस्त कराने की मांग की है।
केके पाठक ने अपने आदेश में सभी डीएम से कहा है कि निरीक्षण में जो शिक्षक अनुपस्थित मिलें, उन्हें निलंबित करते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए नियोजन इकाई को लिखें। साथ ही जो शिक्षक अन्य लोगों को भड़काने का काम कर रहे हैं, उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराएं।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने सभी जिलों के प्रारंभिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कार्य दिवस पर शिक्षकों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराने का आदेश जारी किया है। इस संबंध में उन्होंने बुधवार को सभी जिलाधिकारी को आदेश दिया कि अपने जिले के सभी उप समाहर्ता, जिला स्तरीय पदाधिकारी, अनुमंडल स्तरीय पदाधिकारी एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी और अन्य पदाधिकारियों को गुरुवार को विद्यालय निरीक्षण काम में लगाएं।
इधर, टीईटी शिक्षक संघ ने इसे धमकी भरे मनमाने पत्रों से परेशान करने की बात कहते हुए मानवाधिकार आयोग में परिवाद दायर की है। इस मामले में टीईटी शिक्षक संघ हाईकोर्ट में भी अपील दायर करेंगे। टीईटी शिक्षक संघ किसी भी विभागीय कार्रवाई का पुरजोर प्रतिवाद करती है।