
पटना स्थित बीपीएससी कार्यालय के बाहर आंदोलन करने जा रहे अभ्यर्थियों पर बुधवार को पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। कई छात्र लाठीचार्ज में जख्मी हो गए हैं। इससे पहले जब प्रदर्शनकारी छात्र जब बीपीएससी कार्यालय का घेराव करने के लिए निकले तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इसके बाद भी वे नहीं माने तो पुलिस ने काबू में करने के लिए बल प्रयोग किया।
जानकारी के अनुसार, यहां बीपीएससी (बिहार लोक सेवा आयोग ) कार्यालय के बाहर अभ्यर्थियों बीपीएससी की 67वीं पीटी परीक्षा दो दिन में दो पाली में कराने एवं परसेंटाइल सिस्टम लागू करने के खिलाफ आंदोलन कर रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने पटना म्यूजियम के पास प्रर्दशनकारियों पर लाठीचार्ज कर दिया।
अभ्यर्थियों के नेता दिलीप कुमार को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दिलीप ने पुलिस पर मारपीट के आरोप लगाए हैं। पिछले दिनों पटना में शिक्षक अभ्यर्थियों पर पुलिस और प्रशासन ने लाठीचार्ज किया था, जिसके बाद सियासी बवाल मच गया था।
जानकारी के मुताबिक बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) 67वीं परीक्षा में बदलाव किए जाने के विरोध में अभ्यर्थी बुधवार को सड़क पर उतर गए। अभ्यर्थी लगातार परसेंटेज सिस्टम और एक पाली में परीक्षा आयोजित कराने की मांग पर अड़े हुए हैं। बीपीएससी ने पैटर्न में बदलाव कर दो पाली में परीक्षा को आयोजित करने की घोषणा की थी।
67वीं PT परीक्षा को लेकर आयोग के परीक्षा नियंत्रक ने सूचना जारी करते हुए कहा कि 67वीं संयुक्त (प्रारंभिक) परीक्षा में अभ्यर्थियों की संख्या अत्यधिक रहने के कारण जिला से एक चरण में परीक्षा आयोजित करने के लिए पूर्णरूपेण आवासन उपलब्ध नहीं हो पा रहा था।
इस वजह से आयोग के द्वारा प्रारंभिक पुनर्परीक्षा एक से अधिक चरणों में आयोजित करने और परीक्षा परसेंटाइल सिस्टम से करने का निर्णय लिया गया है। परीक्षा 20 सितंबर 2022 मंगलवार और 22 सिंतबर 2022 गुरुवार को आयोजित की जाएगी। नियम में किए गए इसी बदलाव का अभ्यर्थी विरोध कर रहे थे।
प्रदर्शन कर रहे उम्मीदवारों की पुलिस से झड़प हो गई। इसके बाद पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज कर दिया। लाठीचार्ज में कई छात्रों के घायल हुए हैं।
बिहार के शिक्षक अभयर्थी भी सातवें चरण की बहाली शुरू करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। पिछले दिनों उनकी शिक्षक अभ्यर्थियों पर पटना पुलिस और प्रशासन की टीम ने लाठियां बरसाई थीं। इसके बाद जमकर सियासी हंगामा मचा। बीजेपी ने इस मुद्दे पर नीतीश सरकार को घेरा। अभ्यर्थियों ने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर वादाखिलाफी के आरोप लगाए। शिक्षक अभ्यर्थिोयं ने नीतीश सरकार को 5 सितंबर तक का अल्टीमेटम दिया है।