दरभंगा एयरपोर्ट पर ‘कैट-2 लाइटिंग प्रणाली लगाई जा रही है। मगर यह काम आएगा इस जाड़े के बाद। इस जाड़े में धुंध के बीच उड़ानों पर ब्रेक फिर से यथावत ही रहने की संभावना है।
कारण, टर्मिनल बिल्डिंग का विस्तार दिसंबर 2023 तक पूरा होने की उम्मीद है। जबकि, सीएटी लाइटिंग प्रणाली आईएफ की ओर से अप्रैल 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है। ऐसे में, दिसंबर जनवरी में जिन कठिनाइयों के कारण विमानों का परिचालन रद करना पड़ता है। उससे इस जाड़े में निजात नहीं मिलेंगी।
यह पूरा खुलासा,विधायक नीतीश मिश्रा और नागरिक विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच पत्र और उसके जवाब के बाद हुआ है। जहां नागरिक विमानन मंत्री से कम दृश्यता परिस्थिति में सुगम विमान परिचालन के लिए आवश्यक उपकरण स्थापित करने की मांग की गई थी।
पत्र में कहा गया था ठंड के दिनों में दरभंगा हवाई अड्डा से कुहासे के कारण विमानों को आवागमन में परेशानी होती है। प्रायः दिसंबर जनवरी में इन कठिनाइयों के कारण विमानों का परिचालन रद्द करना पड़ता है।
उन्होंने नागरिक विमानन मंत्री से कम दृश्यता परिस्थिति में सुगम विमान परिचालन के लिए आवश्यक उपकरण स्थापित किया जाए जिससे समस्या का निदान हो। पत्र के उत्तर में मंत्री नागर विमानन ने पूर्व मंत्री को अवगत कराया है। पढ़िए पूरी खबर
पत्र में केंद्रीय मंत्री ने दरभंगा एयरपोर्ट पर सुगम जांच के लिए एक अतिरिक्त एक्सरे मशीन लगने और बैठने की क्षमता 150 से बढाकर 240 करने की जानकारी भी नीतीश मिश्रा को
दी है। दरभंगा एयरपोर्ट पर धुंध से इस साल भी उड़ानें प्रभावित रहेंगी। एप्रोच लाइट सिस्टम अब तक इंस्टॉल नहीं हो पाया है। इससे दरभंगा एयरपोर्ट से उड़ान सेवा एक बार फिर से ठंड में प्रभावित होगी।
धुंध के कारण कम विजिबिलिटी से अधिकांश विमानों को कैंसिल कर दिया जाएगा। ऐसे में दरभंगा एयरपोर्ट से उड़ान सेवा एक बार फिर से प्रभावित होगी। धुंध के कारण कम विजिबिलिटी से अधिकांश विमानों को कैंसिल कर दिया जाएगा। कई जहाजों के परिचालन में समय का ठौर-ठिकाना नहीं रहेगा।