Chhapra election violence| सारण की गोली…गाज की दाग वर्दीधारी पर… सारण के SP Dr. Gaurav Mangala नपे, Muzaffarpur Rail SP Dr. Kumar Ashish को कमानचुनावी हिंसा या उसके बाद के इफेक्ट से पूरा बिहार जल रहा है। खासकर, बिहार के दो जगहों पर चुनाव बाद काफी उपद्रव देखने को आया। पहला, हॉट सीट सारण, जहां रूडी का सीधा मुकाबला रोहिणी से है।
Chhapra election violence|पहले बूथ कैप्चरिंग के आरोप लगे। फिर फायरिंग हुई। एक की जान गई।
वहीं, दरभंगा का जाले विधानसभा…हालांकि जाले मधुबनी लोकसभा के अंतर्गत आता है, लेकिन यहां चुनाव के दौरान चार जिसमें तीन महिलाएं शामिल थी, बोगस वोट गिराते पकड़े जाने के बाद जाले थाना पर हमला बोलते भीड़ उन चारों आरोपी को छुड़ा ले गई। ऐसा ही कुछ बोगस वोट का नजारा सारण में दिखा, जहां पहले बूथ कैप्चरिंग के आरोप लगे। फिर फायरिंग हुई। एक की जान गई। कई जख्मी हुए।
Chhapra election violence|सारण के एसपी डॉ. गौरव मंगला पर गाज गिरी, मुजफ्फरपुर रेल एसपी डॉ. कुमार आशीष को नया कमान
इन दोनों जगहों पर पहले जाले के थानाध्यक्ष को सस्पेंड कर दिया गया। अब, बारी सारण एसपी की आई है जहां, सारण लोकसभा के अंतर्गत छपरा में 20 मई को मतदान के अगले दिन हुई हिंसा मामले में सारण के एसपी डॉ. गौरव मंगला पर गाज गिरी है। उन्हें सारण एसपी के पद से हटा दिया गया है। तत्काल प्रभाव से मुजफ्फरपुर रेल एसपी डॉ. कुमार आशीष को सारण का नया कप्तान नए प्रभार के साथ सौंपा गया है।
Chhapra election violence| तह तक तहकीकात
वहीं,सारण संसदीय क्षेत्र में चुनाव बाद भड़की हिंसा मामले की जांच रिपोर्ट चुनाव आयोग को सौंप दी गई है। बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास ने बताया कि अभी इसका अध्ययन किया जा रहा है। वैसे जानकारी यही है, आयुक्त और डीआईजी ने इस मामले की अपनी स्तर से जांच की थी। जांच में घटना के दिन से लेकर इस मामले में की गई कार्रवाई तक का उल्लेख किया गया है।
Chhapra election violence| किससे क्या चूक हुई इस पर भी फोकस
इस दौरान किससे क्या चूक हुई इस पर भी फोकस किया गया है। रिपोर्ट में प्रशासन व अन्य लोगों की ओर से दर्ज कराई गई प्राथमिकी के मामले में भी कई तथ्यों का उल्लेख है। वहीं, कमिश्नर और डीआईजी की इस रिपोर्ट के बाद वरीय अधिकारी से लेकर तीन अन्य अफसर पर भी कार्रवाई की गाज गिर सकती है। अब आयोग की कार्रवाई पर ही सबकी निगाह टिकी है।