बिहार में प्रेमी की मर्डर में दिल्ली वाली श्रद्धा की इंट्री हो गई है। यहां एक प्रेमी की हत्या कर शव के किए 6 टुकड़ें ही नहीं किए बल्कि श्रद्धा के प्रेमी आफताब ने तो छतरपुर के जंगल में टुकड़े फेंके, यहां तो अलग-अलग जिलों में कटे अंगों को फेंका गया है। मामला नालंदा से जुड़ा है। देशज टाइम्स ने आपको पहले ही खबर पढ़ाई कि कैसे विकास चौधरी की लाश बंद बोरे में मिली। अब पढ़िए पूरी रिपोर्ट
जानकारी के अनुसार, मामला नालंदा के सिलाव थाना क्षेत्र नांनद गांव निवासी नरेश चौधरी के तीस वर्षीय पुत्र विकास चौधरी से जुड़ा है जो बुधवार की देर शाम से लापता था। इसके बाद पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई थी। इसी बीच धड़ को दीपनगर के सिपाह गांव स्थित पंचाने नदी से तो सिर को पटना के पुनपुन नदी में बोरे में बंद बरामद कर लिया गया।
परिजनों के अनुसार, विकास बीते 16 नवंबर की शाम से लापता था। इसका सबसे पहले 17 तारीख की शाम को नूरसराय थाना क्षेत्र के नारी गांव स्थित छिलकापर से बोरी में बंद दो हाथ और दो पैर बरामद हुआ, जिसे आवारा कुत्ते नोच रहे थे। पुलिस तब से अबतक इस घटना की छानबीन में लगी थी और युवक के शरीर के अलग-अलग हिस्सों जैसे बॉडी को दीपनगर और गर्दन का हिस्सा पटना के फतुहा थाना क्षेत्र से बरामद कर चुकी है। इस हत्या की वजह भी प्रेम-प्रसंग था, जहां विकास कुमार चौधरी को शादीशुदा महिला से प्रेम करना महंगा पड़ गया।
पुलिस ने जब इस केस में शादीशुदा प्रेमिका को हिरासत में लिया तो पूरे मामले का खुलासा हुआ। विकास की प्रेमिका ज्योति देवी और उसके पति रंजन ने मामले का पर्दाफाश किया। बताया जाता है कि प्रेमी विकास चौधरी प्रेमिका ज्योति से मिलने उसके ससुराल नूरसराय के बाराखुर्द गांव पहुंचा था।
पुलिस ने अनुसंधान के क्रम में नूरसराय थाना क्षेत्र के बाराखुर्द निवासी दम्पती रंजन कुमार और उसकी पत्नी ज्योति कुमारी को हिरासत में लेते हुए उसकी निशानदेही पर दीपनगर थाना क्षेत्र के सिपाह गांव स्तिथ पंचाने नदी से धड़, जबकि फतुहा स्तिथ पुनपुन नदी से सिर को बरामद किया है। फिलहाल हत्या के इस मामले में और कौन-कौन लोग शमिल हैं, उनकी भी पहचान की जा रही है।