मुख्य बातें: पुलिस से हुई झड़प में दो डकैत को लगी गोली, भारत नेपाल सीमाई इलाके के दर्जनों वारदातों में थे शामिल, भागने के प्रयास के दौरान पुलिस से हुई झड़प,घटना में नेपाल के दो पुलिसकर्मी भी मामूली रूप से चोटिल, देशज टाइम्स फोटो:नेपाल के जलेश्वर प्रांतीय अस्पताल में इलाजरत आरोपी
मधवापुर, मधुबनी देशज टाइम्स। नेपाल के सीमावर्ती महोत्तरी जिले में पुलिस ने डाका कांड के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उन्हें गिरफ्तार कर जिला मुख्यालय जलेश्वर लाने के दौरान पुलिस के चंगुल से फरार होने के प्रयास के दौरान हुई झड़प में दोनों अपराधी गंभीर रूप से जख्मी (Clash between notorious criminals of Madhubani and Nepal) हो गए।
इस घटना में नेपाल पुलिस के दो जवान को भी हल्की चोटें लगी हैं। सभी का उपचार जलेश्वर प्रांतीय अस्पताल में किया जा रहा है। गिरफ्तार आरोपी सरलाही जिले के लालबंदी नगरपालिका के वार्ड नं 2 निवासी 35 वर्षीय शक्ति पासवान व 32 वर्षीय अजय पासवान बताए जा रहे हैं।
दोनों आरोपी कुख्यात लूटेरे बताए जा रहे हैं जिनके खिलाफ नेपाल और भारत में डकैती व लूटपाट के दर्जनों मामले दर्ज हैं जिनमें ये वांछित हैं। नेपाल के स्थानीय मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी के दौरान लगातार मंगलवार को रौतहट जिले के गरुड़ नगरपालिका से दोनों को एक देशी कट्टा व 4 जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया गया।
जहां से उन्हें जलेश्वर लाया जा रहा था। इस बीच सरलाही जिले के संग्रामपुर के समीप पुलिस की गाड़ी खराब हो गई। जिसके बाद दूसरे वाहन से उन्हें महोत्तरी ले जाया जा रहा था। इसी क्रम में सोनमा नगरपालिका के पास दोनों आरोपियों ने भागने का प्रयास किया। जिसके बाद नियंत्रण के लिए पुलिस को गोली चलानी पड़ी।
गिरफ्तार दोनों डकैत हाल ही में 6 नवंबर को नेपाल के जलेश्वर नगरपालिका के रतवाड़ा गांव में भुनेश्वर चौधरी के घर में हुए डाका कांड में संलिप्त थे। जहां लुटेरों ने गृहस्वामी सहित परिजनों के साथ बुरी तरह मारपीट कर एक लाख 75 हजार नकद सहित लगभग 40 तोला सोने व 45 तोला चांदी के आभूषण की लूटपाट को अंजाम दिया था।
क्या कहते हैं अधिकारी :
महोत्तरी के एसपी प्रकाश मल्ल ने बताया कि गिरफ्तार दोनों आरोपियों पर नेपाल में 11 आपराधिक मामले दर्ज हैं। बीते दो महीनों में इनलोगों ने महोत्तरी में 2, धनुषा में 1 तथा रौतहट में 1 डकैती कांड को अंजाम दिया है। गिरफ्तार आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजे जाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। साथ ही भारतीय सुरक्षा एजेंसियों से भी संपर्क स्थापित किया जा रहा है।