मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समाधान यात्रा के दौरान जीविका दीदियों के कार्यक्रम में महिलाओं को लेकर कहा था,” पुरूष लोग तो खाली करते ही रहता है”। उनको पता ही नहीं होता कि बच्चा पैदा करना है या नहीं। पुरूष सिर्फ करते रहता है।
मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद बीजेपी ने नीतीश कुमार को आड़े हाथ लिया था और कहा था कि सीएम सड़क छाप बातें कर रहे। इस पर मुख्यमंत्री ने आज चुप्पी तोड़ी और कहा कि कुछ लोग कुछ-कुछ बात बोल रहा है। हम पुरूष के दुश्मन नहीं हैं। दरअसल, पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने मुख्यमंत्री से लैंगिक भेदभाव और कामुकता से भरा बयान अविलंब वापस लेने की मांग की थी।
छपरा में जीविका दीदियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून बनाने से नहीं बल्कि लड़कियों को शिक्षित कर दीजिएगा तो प्रजनन दर अपने आप घटेगा। आज कल जब हम यह सब बात बोलते हैं तो कुछ लोग विरोध कर रहा है। आज हम देखे हैं कि कुछ लोग कह रहा कि हम लड़का के खिलाफ बोल रहे हैं।
यह बात तो हम चार दिन से बोल रहे।
अब कह रहा कि हम लड़का के खिलाफ बोल रहे हैं। यह कोई मतलब है? हम लोग पुरूष नहीं हैं? अरे भाई लेते क्यों है…शादी में कैसे लेते हो? जो दहेज लेते हैं इसका कोई मतलब है? लड़की से अगर शादी नहीं होगी तो लड़का पैदा होगा क्या….।
कहा, लड़का पैदा कौन करता है, लड़की ही ना करती है। हम लोगों को मां ने ही न पैदा की है। इसलिए महिला का बहुत अधिक सम्मान है .सब को इज्जत करना चाहिए। हम यह सब बोलते हैं तो कह देता है कि मर्द के खिलाफ बोलता है. हम पुरुष नहीं हैं ? इसका कोई मतलब है… कुछ से कुछ बोल रहा है आजकल। कहां से क्या चला देता है, अरे यही इसका मतलब है। हमारा मतलब है कि लड़कियों को पढ़ाएंगे ,खूब आगे बढ़ाएंगे।
कामुकता’ वाला बयान वापस लें नीतीश: मोदी
सीएम नीतीश के बयान पर सवाल खड़े करते हुए पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण के मुद्दे पर नीतीश कुमार ने जिस तरह से महिलाओं पर सेक्सी कमेंट किया है, वह शर्मनाक है। इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए। सुशील मोदी ने कहा कि RJD की संगत में जाने के बाद से नीतीश कुमार भाषा की मर्यादा और संवेदनशीलता खोते जा रहे हैं।
सुशील मोदी ने कहा कि जो पियेगा, सो मरेगा’, विरोधियों को ‘तुम-तुमको’ कह कर संबोधित करना और पुरुषों के महिलाओं से रोज-रोज शारीरिक संबंध बनाने की बात महिलाओं की सार्वजानिक सभा में कहना अत्यंत अमर्यादित और आपत्तिजनक है।सुशील कुमार मोदी ने कहा BJP प्रजनन दर कम करने और जनसंख्या नियंत्रण का समर्थन करती है।
लेकिन नीतीश कुमार जिस तरह से इसके लिए केवल महिलाओं की अशिक्षा और पुरुषों की मनमानी को गाली की तरह बयां कर रहे हैं, वह एक मुख्यमंत्री के लिए अशोभनीय है। सुशील मोदी ने यह भी कहा कि एक सार्वजनिक कार्यक्रम में प्रजनन दर पर ऐसे सड़क-छाप बयान की मुख्यमंत्री से अपेक्षा नहीं की जा सकती।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को लैंगिक भेदभाव और कामुकता से भरा बयान अविलंब वापस लेना चाहिए। सुशील कुमार मोदी ने पूछा कि नीतीश कुमार बतौर मुख्यमंत्री यह बता कर युवाओं को क्या संदेश देना चाहते हैं ? सुशील मोदी ने कहा कि क्या नीतीश कुमार युवाओं को यह संदेश देना चाहते हैं कि वह अपने कॉलेज जमाने में लड़कियों का पीछा किया करते थे।