पटना से बड़ी खबर है जहां ऊर्जा विभाग के कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहले तो खुले मंच से ऊर्जा मंत्री को काम करने की सलाह दी। कहा काम नहीं करेंगे तो मैं चला जाऊंगा। वहीं, मंच से आरजेडी को भी नसीहत दे दी है। तय है, इन दिनों सीएम नीतीश कुमार कुछ अलग ही मूड में हैं। इनका यह मूड देखकर विपक्ष भी हैरान है तो पक्ष भी। कभी औचक निरीक्षण पर निकलना कभी मंच से मुख्य सचिव से लेकर अन्य को नसीहत। पढ़िए पूरी खबर
जानकारी के अनुसार, पटना के ऊर्जा ऑडिटोरियम में बिजली कंपनी के स्थापना दिवस पर आयोजित समारोह में शिरकत करने सीएम नीतीश पहुंचे। इस दौरान सीएम नीतीश ने बिजली को लेकर बातें की।
सीएम ने कहा कि पहले बिजली की स्थिति कैसी थी अब कैसी है देखिए। जब हमें काम करने का मौका मिला तो हमलोगों ने काम किया। वहीं, ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव को लेकर नीतीश ने कहा कि आप लंबे समय से मंत्री हैं। काम आपको करना पड़ेगा यदि आप काम नहीं करेंगे तो हम भी छोड़कर चले जाएंगे इसलिए चुपचाप काम कीजिए।
नीतीश ने आगे कहा कि जब हम लोग आए थे तो मात्र 700 मेगावाट बिजली मिलती थी। वह तो विजेंद्र जी थे है जो ध्यान देते थे इन्होंने ही बिजली को 8-10 घंटे करवा दिया। पटना की हम बात कर रहे हैं। पहले जो हालात थे वह किसी से छुपा नहीं था। जब हम लोगों को मौका मिला तो हम लोगों ने कितनी तेज़ी से काम किया।
बिजली आज हमने सब जगह पहुंचा दिया है। आप खुद बताइए बिजली खरीदने में सरकार को कितना पैसा लगता है और हम कितना सस्ता दर पर बिजली दे रहे हैं। वहीं विजेंद्र यादव को नीतीश ने कहा कि भाई आप काम कर रहे हैं तो काम कीजिए। इधर-उधर कुछ मत कीजिए और बोलिए। खड़े होकर बोलिए आगे से कुछ भी इधर-उधर नहीं बोलेंगे।
मंच पर मौजूद आरजेडी कोटे के मंत्री आलोक मेहता से सीएम नीतीश ने कहा कि हमलोग जो काम करते हैं उसकी चर्चा नहीं होती है और बाकी सब पर्टिया अंड बंड कुछ भी अपने मन से छपवाते रहता है, जेतना पर्टिया है उ अपने मन से छपवा देता है कि हम इ कर दिए।
मंत्री गण बैठे हुए हैं हम कहेंगे आप कहिए कि राज्य सरकार ने किया है इ सब मत कहिए कि हम ही सबकुछ कर दिए.. इ सब काम नहीं करना चाहिए राज्य सरकार कहिए हम कभी क्रेडिट लेते हैं कभी आप बोलिए न हम तो राज्य सरकार का न क्रेडिट लेते हैं जी अपना व्यक्तिगत कोई क्रेडिट नहीं लेते हैं। आजकल यही सब हो रहा है। मीडिया में हमको छोड़कर बाकी सबका छपते रहता है।
दरअसल, सीएम नीतीश ने आरजेडी द्वारा शिक्षक बहाली का क्रेडिट लेने पर आपत्ति जताई और मंच पर मौजूद आरजेडी कोटे के मंत्री आलोक मेहता से कहा कि अपना और अपनी पार्टी का क्रेडिट लेने में मत लगे रहिए। जो भी काम हो रहा है वह राज्य सरकार कर रही है। हम कभी किए गए काम का व्यक्तिगत क्रेडिट नहीं लेते हैं। अपना और अपनी पार्टी का क्रेडिट लेने के बजाए कहिए की राज्य सरकार ने नियुक्ति की है।
डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने सत्ता में आने से पहले बिहार के 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का वादा किया था। उन्होंने कहा था कि कैबिनेट की पहली बैठक में एक साइन से 10 लाख युवाओं को नौकरी दे देंगे।
तेजस्वी बिहार के डिप्टी सीएम बने तो आरजेडी और उसके नेता राज्य सरकार द्वारा की जा रही नियुक्तियों को तेजस्वी के वादे का असर बताते हुए इसका क्रेडिट लेने लगी। आरजेडी लगातार यह बात कहती रही है कि तेजस्वी यादव ने जो वादा किया उसे पूरा किया।
राज्य में एक लाख से अधिक शिक्षकों की हुई बहाली का क्रेडिट भी आरजेडी और उसके नेता ले रहे हैं और इसे तेजस्वी के 10 लाख नौकरी वाले वादे से जोड़कर बता रहे हैं। आज जब सीएम नीतीश ऊर्जा विभाग के कार्यक्रम में पहुंचे थे तो कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने इसको लेकर आपत्ति जताई और कहा कि जो भी नियुक्तिया हो रही हैं वह राज्य सरकार कर रही है, ना कि यह किसी व्यक्ति या दल के करने से हो रहा है।