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26 मार्च, 2024
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Mid Day Meal | मध्याह्र भोजन खाने के बाद सौ बच्चों की हालत बिगड़ी

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बेतिया के मझौलिया थाना क्षेत्र अंतर्गत राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय में मध्याह्र भोजन खाने के बाद करीब सौ बच्चों की हालत बिगड़ने लगी। सभी बच्चे को उल्टी, सरदर्द और पेट दर्द की शिकायत आने लगी। इसके बाद सभी बच्चों को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती (Condition of hundred children deteriorated after eating midday meal) कराया गया।

भोजन करते ही सैकड़ो से अधिक बच्चे पेट दर्द उल्टी चक्कर आना जैसी बीमारियों से ग्रसित हो गए तथा तड़पने लगे।  छात्रों के रोते बिलखते परिजन सरकारी अस्पताल में भाग दौड़ कर रहे हैं। पुलिस विद्यालय में कैंप कर रही है।

बताया जाता है कि भोजन में दूषित पदार्थ मिलाए जाने के कारण भोजन विषाक्त हो गया है। यह देख विद्यालय में अफरातफरी का माहौल कायम हो गया। दर्जनों से अधिक बच्चों की गंभीर स्थिति देख यह खबर आग की तरह चारों तरफ फैल गई। अभिभावक दौड़कर विद्यालय में पहुंचे।

विद्यालय की प्रधानाध्यापिका पूनम कुमारी ने बताया कि एनजीओ की ओर से विद्यालय में भोजन कि आपूर्ति की जाती है । आज जैसे ही छात्रों ने भोजन शुरू किया छात्रों में बेचैनी पेट दर्द चक्कर आना उल्टी आदि की समस्या उत्पन्न हो गई तथा देखते ही देखते स्थिति काफी गंभीर हो गई।

घटना की जानकारी मिलने के बाद बच्चों के परिजन और जिले के आला अधिकारी अस्पताल पहुंचे और हालात का जायजा लिया। बच्चों के बीमार होने का कारण फूड पॉइजनिंग बताया जा रहा है। तीन बच्चों की स्थिति ज्यादा खराब बताई जा रही है, उन्हें बेहतर इलाज के लिए जीएमसीएच रेफर किया गया है। इस मामले को लेकर बच्चों का कहना है कि सब्जी में कपड़े का एक छोटा टुकड़ा में कुछ था, जिसे निकालकर फेंक दिया गया था।

बच्चों की स्थिति गंभीर देख प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मझौलिया ने थाना मझौलिया सरकारी अस्पताल को सूचित किया। साथ ही निजी गाड़ियों से दर्जनों बच्चों को मझौलिया सरकारी अस्पताल में भेजा गया।

सूचना पाकर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कुमार अनुभव, मुखिया पुतुल ठाकुर विद्यालय में पहुंचे और अभिभावकों को शांत कराते हुए पीड़ित छात्रों को अस्पताल भिजवाने का काम किया। सूचना पाकर सरकारी अस्पताल का दो एंबुलेंस विद्यालय में पहुंचकर छात्रों को अस्पताल लाया। जहां छात्र इलाजरत है। वहीं अभिभावकों की ओर से अपने स्तर से प्रयास कर बच्चों को अस्पताल भिजवाया गया।

प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि भोजन की गुणवत्ता की जांच की जाएगी तथा एनजीओ के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

आक्रोशित अभिभावकों ने एनजीओ के माध्यम से विद्यालय में खाना आपूर्ति बंद करने और विद्यालय में ही मध्यान भोजन संचालित करने की मांग की है। फिलहाल इस घटना ने परसा पंचायत में हलचल मचा दिया है।

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