जेडीयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद आज रविवार को पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक जदयू कार्यालय के कर्पूरी सभागार में चल रही है। इस बैठक के बाद खुल्लम खुल्ला प्रहार होगा। मिशन 24 का प्रारूप तय होगा। टारगेट पर बीजेपी रहेगी। मणिपुर की टूट का मलाल रहेगा। तय है, सीएम नीतीश कुमार पूरे फार्म में आ गए हैं।
बैठक में प्रदेश कार्यालय स्थित कर्पूरी सभागार में जेडीयू की राष्ट्रीय परिषद में अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा होगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह के साथ-साथ राष्ट्रीय परिषद के तमाम सदस्य इस बैठक में मौजूद हैं। बैठक में जदयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी में लिए गए फैसलों पर मुहर लगेगी।
जानकारी के अनुसार, शनिवार से ही जेडीयू में बैठकों का दौर चल रहा है। आज उसका अंतिम दिन है। आज की बैठक इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पार्टी की ओर से कई एजेंडे पर फैसला हुआ है। इसमें पार्टी ने नीतीश कुमार को 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी दलों की एकजुटता के लिए अधिकृत किया है। वहीं, पार्टी की सदस्यता अभियान पर भी फैसला हुआ है। 50 लाख सदस्य बनाए जाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके साथ संगठन चुनाव को लेकर फैसला हुआ है। इन सब मुद्दों पर आज राष्ट्रीय परिषद की बैठक में मुहर लगेगी।
जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पांच सितंबर को विपक्षी दलों की एकजुटता के लिए दिल्ली जा सकते हैं। सात सितंबर तक कई दलों के नेताओं के साथ मुलाकात और बैठक की तैयारी है। आठ को उनका शरद पवार से मिलने की बात सामने आ रही है। 2024 लोकसभा चुनाव में पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती देने की पूरी तैयारी हो चुकी है और आज उस पर भी मुहर लगेगी। नीतीश कुमार को इसकी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
इसके अलावा जेडीयू को राष्ट्रीय पार्टी बनाने के लिए कई राज्यों में होने वाले चुनाव में पार्टी की रणनीति पर भी फैसला होगा। मणिपुर और उससे पहले अरुणाचल में पार्टी की टूट से अभियान पर जरूर असर पड़ेगा लेकिन इसके बावजूद पार्टी बिहार में संगठन को मजबूत करने के साथ दूसरे राज्यों में अपने पांव पसारने पर भी आज फैसला लेगी। इसके लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेवारी भी दी जाएगी।
इससे पहले पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि जेडीयू अगले साल तक राष्ट्रीय पार्टी बन जाएगी। वहीं बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि वर्ष-2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा 50 सीटों पर सिमट जाएगी।
वहीं, इसका समर्थन करते हुए जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि सीएम ने घोषणा कर दी है तो यह मुश्किल भी नहीं होगा। भाजपा को 50 सीटों पर लाने के लिए सबसे पहले जरुरी होगा कि सारे विपक्षी दल एक साथ आएं और भाजपा के खिलाफ चुनाव में उतरें। हमारी पार्टी ने नीतीश कुमार को यह जिम्मेदारी सौंपी है, कि वह सारे विपक्षी पार्टियों को भाजपा के खिलाफ एकजुट करें।
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