Darbhanga New Delhi Superfast Train News| 108 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में थी दरभंगा-नई दिल्ली सुपरफास्ट ट्रेन…घिर गई आग में…बर्निंग ट्रेन (The Burning Train)? Indian Railways की यह अबतक सबसे बड़ी खबर पटना पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल के छपरा सिवान रेल खंड से आ रही है जहां,
Darbhanga New Delhi Superfast Train News| 02569 अप दरभंगा-नई दिल्ली ट्रेन आग की चपेट में आ गई
चैनवा रेलवे स्टेशन के समीप 02569 अप दरभंगा-नई दिल्ली क्लोन स्पेशल ट्रेन अचानक आग की चपेट में आ गई। लेकिन, लोको पायलट की सूझबूझ से ट्रेन द बर्निंग ट्रेन बनने से बच गई। इस दौरान यह क्लोन स्पेशल ट्रेन 108 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चैनवा स्टेशन के पास से गुजर रही थी।
Darbhanga New Delhi Superfast Train News| छपरा में दरभंगा-नई दिल्ली क्लोन सुपरफास्ट बर्निंग ट्रेन बनने से बच गई
छपरा में दरभंगा-नई दिल्ली क्लोन सुपरफास्ट बर्निंग ट्रेन बनने से बच गई। जब लोको पायलट की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया। आग की लपटों में ट्रेन आती, उससे पहले इमरजेंसी ब्रेक लगाकर आउटर पर रोक दी। जहां, रेलवे विद्युतीकरण के एसएसपी क्षेत्र में लगी आग की तेज लपटें रेलवे ट्रैक की तऱफ पहुंच गई थी।
Darbhanga New Delhi Superfast Train News| इमरजेंसी जें ब्रेक लगा देख ट्रेन में सवार यात्रियों में अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया
चलती ट्रेन की तरफ आग की लपटें पहुंचने की स्थिति में बड़े हादसे की आशंका को भांपते हुए लोको पायलट जेके गहलोत व सीनियर एएलपी सुजीत कुमार सिंह ने इमर्जेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को चैनवा स्टेशन के पश्चिमी आउटर सिग्नल पर ही रोक दिया। इमरजेंसी जें ब्रेक लगा देख ट्रेन में सवार यात्रियों में अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया। उधर चालक व सीनियर सहायक चालक ने चैनवा स्टेशन मास्टर को आग लगने की सूचना दी।
Darbhanga New Delhi Superfast Train News| चलती ट्रेन की तरफ आग की लपटे पहुंचने की स्थिति में बड़े हादसे की आशंका
उधर चालक व सीनियर सहायक चालक ने चैनवा स्टेशन मास्टर को आग लगने की सूचना दी।मौके पर पहुंच कर रेलवे के ग्रुप डी कर्मियों, स्टेशन मास्टर, रेलकर्मियों, चालक, उप चालक, पीडब्ल्यूआई आदि ने आसपास के ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाया। इस बीच, फायरब्रिगेड कर्मी भी मौके पर पहुंच गए।
Darbhanga New Delhi Superfast Train News| आग की लपटें ट्रेन की यात्री बोगियों में पकड़ लेतीं
स्पेशल ट्रेन के चालक व उप चालक ने बताया कि अगर ट्रेन की इमरजेंसी ब्रेक लगाकर चैनवा में नहीं रोका जाता, तो ट्रेन का पावर इंजन आग की लपटों के बीच से शायद पार कर जाता। आग की लपटें ट्रेन की यात्री बोगियों में पकड़ लेतीं। इससे द बर्निंग ट्रेन (The Burning Train)बनने से बड़ी दुर्घटना हो सकती थी।