आंचल कुमारी, कमतौल | शनिवार को 13वें त्रिदिवसीय राजकीय अहल्या गौतम महोत्सव की शुरुआत के मौके पर एक भव्य कलश शोभायात्रा का आयोजन किया गया। इस शोभायात्रा में 551 कन्याओं और महिलाओं ने भाग लिया, जो खिरोई नदी के किनारे स्थित गौतमाश्रम तक गाजे-बाजे के साथ चली। यात्रा के दौरान भक्ति गीतों की ध्वनि से वातावरण भक्तिरस में डूबा हुआ था। महिलाएं कलश लिए यात्रा में शामिल हुईं, जबकि अन्य लोग जयकारे लगाते हुए यात्रा में बढ़ रहे थे।
शोभायात्रा में प्रमुख रूप से न्यास समिति के अध्यक्ष बालेश्वर ठाकुर, थानाध्यक्ष पंकज कुमार, न्यास के कोषाध्यक्ष रंजीत प्रसाद, मुख्य पार्षद संतोष महतो, पार्षद रौशन कुमार, मुखिया नागेंद्र शर्मा और अन्य स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।
गौतमाश्रम में पूजा और जल भराई
कलश यात्रा के बाद सभी श्रद्धालु गौतमाश्रम पहुंचे, जहां पूजा अर्चना के बाद कलश में जल भरा गया। फिर महिलाएं और कन्याएं कलश के जल को अहल्या तालाब में प्रवाहित करने के लिए वापस अहल्यास्थान लौट आईं। इसके बाद सभी यात्रा में शामिल महिलाओं और कन्याओं को भोजन कराया गया, साथ ही मौके पर उपस्थित श्रद्धालुओं में प्रसाद का वितरण किया गया।
सुरक्षा इंतजाम
इस धार्मिक आयोजन के दौरान प्रशासन की ओर से पुख्ता सुरक्षा इंतजाम किए गए थे। थानाध्यक्ष पंकज कुमार, अपर थानाध्यक्ष शालू कुमारी, और अन्य पुलिस अधिकारियों ने विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरी तरह से मुस्तैदी दिखाई।
इस आयोजन में विधायक जीवेश कुमार और न्यास के सचिव हेमंत कुमार झा भी उपस्थित थे।
13वें त्रिदिवसीय महोत्सव के पहले दिन का यह आयोजन अत्यधिक श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक रहा, जहां स्थानीय समुदाय और श्रद्धालु एकजुट होकर सनातन धर्म की रक्षा और आस्था के प्रतीक गौतम महोत्सव की शुरुआत का हिस्सा बने।