
2 कमरे में 230 बच्चों की पढ़ाई! दरभंगा का स्कूल बच्चों की जान से खेल रहा। 230 बच्चों की पढ़ाई खंडहर में! जर्जर स्कूल कभी भी ढह सकता है। बच्चों का भविष्य खतरे में! अलीनगर के स्कूल की छत से टपकता पानी, दीवारें टूट रहीं।@मनोज कुमार झा, अलीनगर-दरभंगा, देशज टाइम्स।
2 साल से वादा अधूरा, नया स्कूल कब?
12 शिक्षक, 2 कमरे और 230 बच्चे! शिक्षा विभाग की लापरवाही से खतरे में मासूमों की जान। 2 साल से वादा अधूरा, नया स्कूल भवन अब तक नहीं बना – विधायक तक सवाल उठा चुके हैं। पढ़ाई या मौत का खेल? जर्जर स्कूल में बैठने को मजबूर 230 मासूम बच्चे
अलीनगर: 2 कमरे में 230 बच्चों की पढ़ाई, शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही उजागर
अलीनगर प्रखंड के किरतपुर गांव में शिक्षा विभाग की लापरवाही बच्चों के भविष्य के साथ बड़ा खिलवाड़ कर रही है। यहां 80 के दशक में बने 2 कमरों के जर्जर भवन में आज भी कक्षा 1 से 5 तक के 230 बच्चों को पढ़ाया जा रहा है।
जर्जर भवन और बच्चों की मजबूरी
भवन की छत से बारिश के दौरान सीधा पानी टपकता है। एक कमरे में कार्यालय और मध्यान भोजन का चावल व अन्य सामग्री रखी जाती है। दूसरे कमरे और बरामदे पर बच्चों को किसी तरह बैठाकर पढ़ाई कराई जाती है। बरामदे का लींटर इतना खराब है कि सरिया बाहर झांक रहा है, जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
शिक्षकों की संख्या और शिक्षा व्यवस्था
इस विद्यालय में 12 शिक्षक पदस्थापित हैं, जबकि भवन में बच्चों को बैठने तक की जगह नहीं है। प्रधान शिक्षक का पद खाली है, जिसकी अब तक नियुक्ति नहीं हुई। बच्चों की पढ़ाई सिर्फ औपचारिकता बनकर रह गई है।
विधायक का आश्वासन और अधूरा वादा
स्थानीय विधायक मिश्रीलाल यादव ने विधानसभा में विद्यालय भवन निर्माण का मुद्दा उठाया था। लोगों को उम्मीद थी कि नया भवन बनेगा, लेकिन दो साल बीत जाने के बाद भी कोई काम शुरू नहीं हुआ।
प्रशासन की चुप्पी पर पढ़िए क्या बता रहे प्रभारी प्रधानाध्यापक
विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक राजेंद्र कुमार ने बताया कि उन्होंने कई बार विभागीय पदाधिकारियों को लिखित शिकायत दी, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब वे शिकायत करना भी छोड़ चुके हैं।
शिक्षा विभाग की लापरवाही और उदासीनता किस हद तक
किरतपुर गांव का यह विद्यालय इस बात का प्रतीक है कि शिक्षा विभाग की लापरवाही और उदासीनता किस हद तक बच्चों के भविष्य को दांव पर लगा रही है। अगर जल्द समाधान नहीं हुआ, तो कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है।