24वां Maithili Conference: भव्य आयोजन की तैयारी, 101 सदस्यीय कार्यसमिति का हुआ गठन
पुनौराधाम स्थित मां जानकी की जन्मभूमि पर आयोजित 23वां अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन अनेक महत्वपूर्ण उपलब्धियों के साथ संपन्न हुआ। इस सम्मेलन में मां जानकी के भव्य मंदिर निर्माण में यथोचित योगदान देने, मिथिला और अवध के सदियों पुराने संबंधों को और मधुरम बनाने तथा इस क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा घोषित रामायण सर्किट योजना के त्वरित क्रियान्वयन हेतु सरकार पर दबाव बनाने जैसे विषयों पर गहन चर्चा हुई।इसके साथ ही, मिथिला के सर्वांगीण विकास के लिए पृथक मिथिला राज्य गठन अभियान को तेज करने, नेपाल सहित भारत के सरकारी एवं गैर-सरकारी कामकाज में मैथिली को अनिवार्य भाषा बनाने, नेपाल एवं भारत के सरकारी एवं गैर-सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में मातृभाषा के रूप में मैथिली भाषा की पढ़ाई अविलंब शुरू किए जाने, तथा मैथिली भाषा साहित्य एवं धरोहर लिपि मिथिलाक्षर के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए मैथिली अकादमी का पूर्ववत स्वतंत्र गठन किए जाने आदि से संबंधित 10 सूत्री घोषणापत्र पारित किए गए।
24वें Maithili Conference की कार्यसमिति: एक नई शुरुआत
अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन के महासचिव डॉ. बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने जानकारी देते हुए बताया कि 24वें सम्मेलन के आयोजन के लिए अनेक जगहों से प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिनके बारे में उचित समय पर निर्णय लिया जाएगा। आगामी सम्मेलन के सुचारु संचालन हेतु 101 सदस्यीय कार्यसमिति का सर्वसम्मति से गठन कर लिया गया है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नारायण राम ने नवगठित कार्यसमिति की सूची साझा करते हुए बताया कि पूर्व केंद्रीय मंत्री पद्मश्री डॉ. सी.पी. ठाकुर को इसका मुख्य संरक्षक बनाया गया है। दरभंगा सांसद डॉ. गोपाल जी ठाकुर, देवघर के ओमप्रकाश मिश्र, बिहार सरकार के पूर्व मंत्री राम लखन राम रमण, नेपाल के राम भरोस कापड़ि भ्रमर, झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री राज पलिवार, चेतना समिति के अध्यक्ष विवेकानंद झा एवं पुनौराधाम के समाजसेवी उमेश चंद्र झा को कार्यसमिति का संरक्षक मनोनीत किया गया है।अध्यक्ष पद पर डॉ. महेंद्र नारायण राम के नाम को स्वीकृति मिली। जबकि उपाध्यक्ष पद के लिए डॉ. बुचरू पासवान, कोलकाता के अशोक झा, दिल्ली के प्रो. अमरेंद्र झा, मधुबनी के शीतलाम्बर झा, दरभंगा के डॉ. महानंद ठाकुर सहित सीतामढ़ी के डॉ. सुधांशु शेखर चौधरी आदि के नामों को स्वीकृति दी गई।
नेतृत्व और नई जिम्मेदारी
प्रधान महासचिव पद के लिए डॉ. बैद्यनाथ चौधरी बैजू के नाम की घोषणा तालियों की गड़गड़ाहट के बीच की गई। कार्यकारिणी में सचिव के पद पर डॉ. राम सुभग चौधरी, सुधीर मिश्रा, डॉ. इंद्र मोहन झा, रामकुमार यादव, मदन कुमार यादव, जयराम झा, पुरुषोत्तम वत्स के नाम शामिल किए गए हैं। मैथिली भाषा के उत्थान में इनकी भूमिका महत्वपूर्ण होगी।24वें अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन में प्रवीण कुमार झा को वरिष्ठ सचिव के प्रभार के साथ मीडिया संयोजन की कमान सौंपी गई है। प्रो. चंद्रशेखर झा बूढ़ा भाई इस कार्य में उनकी सहायता करेंगे। इस समिति में संयुक्त सचिव के पद पर विपिन कुमार झा, दुर्गानंद झा, मणि भूषण राजू के नाम की घोषणा की गई। कार्यकारिणी में कोषाध्यक्ष डॉ. गणेश कांत झा को एक बार फिर बनाया गया है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।सलाहकार समिति के अध्यक्ष के रूप में एक बार फिर पं. कमलाकांत मनोनीत किए गए। सांस्कृतिक दीर्घा की जवाबदेही पं. कमलाकांत झा एवं प्रवीण कुमार झा को संयुक्त रूप से दी गई। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें https://deshajtimes.com/news/national/स्मारिका प्रभारी के रूप में सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नारायण राम एवं प्रवीण कुमार झा को संयुक्त रूप से संपादक की कमान सौंपी गई। शोभा यात्रा प्रभारी के रूप में विनोद कुमार झा एवं विजय कांत झा को कमान सौंपी गई है, जबकि कवि गोष्ठी प्रभारी एक बार फिर शंभुनाथ मिश्र को बनाया गया है। महिला दीर्घा का प्रभार डॉ. ममता ठाकुर एवं डॉ. सुषमा झा को दी गई।विचार गोष्ठी प्रभारी के रूप में करतल ध्वनि से मैथिली सेवी एवं मणि श्रृंखला अंतर्गत तीन दर्जन से भी अधिक पुस्तकों की रचना कर चुके, भारत निर्वाचन आयोग के आइकॉन मणिकांत झा के नाम को ध्वनि मत से पारित किया गया। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इसके अतिरिक्त 24वें अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन में उपस्थित सभी प्रतिनिधियों को इस कार्यकारिणी का सदस्य बनाया गया है।



