उत्तम सेन गुप्ता, बिरौल देशज टाइम्स डिजिटल डेस्क। अनुमंडल को स्थापित हुए 30 वर्ष हो गए। लेकिन एसडीएम, एसडीपीओ, डीसीएलआर कार्यालय का निर्माण आजतक नहीं हो पाया (30 years have passed since Biraul subdivision was established)।
वर्तमान में ये सभी कार्यालय विभिन्न भवनों में संचालन हो रहा है। आज हम अपना रुख एसडीपीओ कार्यालय की ओर कर रहे हैं। इसमें खबर के साथ छपी फोटो अपने आप में एक खुद प्रमाण है। जहां पुलिस पदाधिकारियों से लेकर कर्मी जर्जर व क्षतिग्रस्त भवन में विभागीय कार्यों का निष्पादन कर रहे हैं।
इस दौरान यहां पदस्थापित पुलिसकर्मियों को आए दिन सांप,बिच्छू जैसे जहरीले जीवजंतु का सामना करना पड़ता है। 992 में प्रखंड के एक योजना से आनन-फानन में दो कमरे का छोटा भवन निर्माण किया गया। वर्ष 1995 से इस भवन में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बिरौल का कार्यालय संचालन हो रहा है।
पिछले पांच वर्षों से यह भवन जर्जर व क्षतिग्रस्त स्थिति में आ चूका है। इसके आगे का हिस्सा को भले ही तंदुरुस्त दिखाई देता है लेकिन भवन के अंदर प्रवेश करने से इसका हकीकत देख कोई भी व्यक्ति चौक जाएगा। भवन के पीपल की जड़ से भवन का पिछला हिस्से में कई जगहों पर दरार आ गया है।
साथ ही पलास्टर टूट कर गिरने लगा है। इसमें लगे खिड़की, दरवाजा का संपर्क दीवार से छूट चुका है। आने वाली बारिश के मौसम में भवन के अंदर पानी टपकने से जहां संचिका बर्बाद होगी। वहीं कार्यालयकर्मी अपना जान जोखिम में डालकर कर्तव्यों का पालन करने के लिए मजबूर रहेंगे।
चूंकि, सरकार और विभाग की ओर से उपलब्ध व्यवस्था के अनुकूल इन्हें कार्य करना ही पड़ेगा। यहां बता दें कि पिछले वर्ष एसएसपी रहे बाबू राम ने एसडीपीओ कार्यालय निरीक्षण के क्रम में भवन के अंदर जर्जर स्थिति को देख आश्चर्य भी हुए। लेकिन परिणाम कुछ नहीं निकला। आखिर एसडीपीओ कार्यालय कब तक जर्जर और क्षतिग्रस्त भवन में संचालन होता रहेगा ?