
भक्ति और परंपरा का संगम!जाले में शुरू हुआ 52वां इन्द्र पूजा मेला, 511 कन्याओं ने निकाली शोभा यात्रा। इन्द्र भवन मंदिर से जलेश्वर तक गूंजे वैदिक मंत्र, धमाद में दिखा अद्भुत नजारा!@जाले-दरभंगा देशज टाइम्स।
जाले में 52वीं इन्द्र पूजा महोत्सव की शुरुआत, 511 कन्याओं ने निकाली भव्य कलश शोभायात्रा
जाले (दरभंगा), देशज टाइम्स। देउरा-बंधौली पंचायत के धमाद गांव में देवताओं के राजा इन्द्रदेव की आराधना को समर्पित 52वीं इन्द्र पूजा महोत्सव गुरुवार से धूमधाम के साथ प्रारम्भ हुआ। परंपरा और आस्था के इस महापर्व की शुरुआत 511 कुंवारी कन्याओं की भव्य कलश शोभायात्रा से हुई।
कलश यात्रा का भव्य आयोजन
पूजा समिति के अध्यक्ष रामप्रताप चौपाल की अगुवाई में निकली यह शोभायात्रा ढोल-नगाड़े और गाजे-बाजे के साथ धमाद स्थित इन्द्र भवन मंदिर प्रांगण से शुरू हुई। यात्रा समधनियां गांव होते हुए दक्षिणेश्वरी काली मंदिर (मोदी) तक पहुंची। वहाँ से कन्याएँ जलेश्वरी मंदिर प्रांगण पहुँचीं और सरोवर से पवित्र जल भरकर कलश में रखा।
इसके बाद शोभायात्रा ने जाले हाट मैदान स्थित ब्रह्मस्थान श्रीमंदिर तथा कमलपुर के कमलजट्टी मैया मंदिर की परिक्रमा की। यात्रा का समापन पुनः इन्द्र भवन मंदिर प्रांगण में हुआ।
वैदिक मंत्रोच्चारण और पूजा प्रारम्भ
मंदिर प्रांगण में पंडित मुरारी पाठक उर्फ प्रिंस द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच प्रतिमा की प्राणप्रतिष्ठा की गई और पूजा विधिवत प्रारम्भ हुई। शाम 7 बजे आयोजित भव्य मेले का उद्घाटन मंत्री सह जाले विधायक जीवेश कुमार ने किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में ग्रामीण और श्रद्धालु उपस्थित रहे।
आयोजन समिति व अन्य गणमान्य की उपस्थिति
पूजा और मेला उद्घाटन कार्यक्रम में समिति के सचिव मयाराम महतो, अजय कुमार पासवान, रामसकल, जय नारायण रजक, तुलसी पासवान सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।