आंचल कुमारी, कमतौल, दरभंगा। बिहार में शराबबंदी कानून लागू होने के बावजूद तस्कर लगातार अवैध शराब की तस्करी करने में लगे हैं। शनिवार को दरभंगा जिले के कमतौल थाना अंतर्गत ततैला गांव में एक गुप्त सूचना पर छापेमारी के दौरान पुलिस ने 589 लीटर नेपाली शराब बरामद की। इस दौरान एक महाराष्ट्र नंबर की स्कॉर्पियो गाड़ी को भी जब्त किया गया, जबकि चालक मौके से फरार हो गया।
बगीचे में छिपाकर रखी गई थी स्कॉर्पियो
कमतौल थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर संजीव कुमार चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस को शुक्रवार देर रात गुप्त सूचना मिली थी कि गांव के बाहर एक बगीचे में संदिग्ध वाहन खड़ा है। सूचना की पुष्टि होते ही शनिवार सुबह पुलिस टीम ने ततैला गांव में छापेमारी की।
मौके पर पहुंची पुलिस को बगीचे में एक महाराष्ट्र नंबर की स्कॉर्पियो (SUV) खड़ी मिली।
संदेह के आधार पर जब वाहन की तलाशी ली गई, तो उसमें से 589 लीटर नेपाली निर्मित शराब बरामद की गई।
बरामद की गई शराब को काले प्लास्टिक के कंटेनरों और डिब्बों में छिपाकर रखा गया था।
शराबबंदी कानून के तहत मामला दर्ज
इस पूरी कार्रवाई के तहत, अज्ञात वाहन चालक एवं स्कॉर्पियो मालिक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने बताया कि:
बीयर और देशी नेपाली शराब की खेप को दरभंगा या आस-पास के जिलों में खपाने की तैयारी थी।
चालक और तस्कर मौके से पहले ही फरार हो चुके थे, जिनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी जारी है।
जब्त वाहन को थाने लाकर सील कर दिया गया है और अवैध शराब जब्ती की रिपोर्ट व मालखाना प्रक्रिया पूरी की जा रही है।
बिहार में शराबबंदी के बावजूद जारी है तस्करी
बिहार में 1 अप्रैल 2016 से पूर्ण शराबबंदी लागू है। इसके बावजूद नेपाल सीमा से लगते जिलों में अवैध शराब तस्करी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। दरभंगा, मधुबनी, सुपौल जैसे सीमावर्ती जिले तस्करी के रूट बन चुके हैं।
स्थानीय प्रशासन की चुनौती
स्थानीय पुलिस प्रशासन के लिए यह मामला एक और गंभीर चेतावनी है कि तस्कर अब बाहरी राज्यों की गाड़ियों का उपयोग कर रहे हैं, जिससे उनकी पहचान और ट्रेसिंग मुश्किल हो जाती है।
स्कॉर्पियो पर महाराष्ट्र नंबर होने के कारण यह मामला और अधिक जांच-योग्य बन गया है।
पुलिस अब गाड़ी नंबर और इंजन/चेसिस नंबर के आधार पर मालिक का सत्यापन कर रही है।