समस्तीपुर पुलिस प्रशासन में पुलिस बल की भारी कमी है। समस्तीपुर के एसपी लगातार दरभंगा आईजी को पत्र के माध्यम से वैसे पुलिसकर्मियों की वापसी की गुहार लगा रहे हैं जिनका दरभंगा और मधुबनी से पहले ही स्थानांतरण समस्तीपुर के लिए कर दिया गया है। बावजूद, यह इन दोनों जिलों से समस्तीपुर के लिए आज तक स्थानांतरित नहीं हुए हैं या नहीं किए गए हैं। इसके पीछे की मंशा क्या है? यह समझ से परे है।
कारण, स्थानांतरण को पुलिस और सामान्य प्रशासन के अधिकारी व कर्मी सामान्य प्रक्रिया मानते हैं। अगर ऐसा है तो फिर यह अनदेखी क्यों? क्या यह इन स्थानांतरित पुलिस कर्मियों की लापरवाही है या ऊपरी संरक्षण? अगर लापरवाही है तो इन पुलिसकर्मियों पर कठोर कार्रवाई की जरूरत है।
अगर, यह संपोषित और सुरक्षित रखने की मंशा के तहत संरक्षित हैं, कहीं से वरदहस्त् प्राप्ति के बाद इन जिलों में जमे हुए हैं तो इसकी विस्तृत जांच हो, आखिर इन्हें संरक्षण कौन दे रहा? इस संरक्षण के पीछे की मंशा क्या है? और ऐसे 65 पुलिसकर्मियों को उनके स्थानांतरित जिलों में वापसी कब होगी? क्योंकि, समस्तीपुर एसपी ने अपने पत्र से आईजी समेत दरभंगा एसएसपी एवं मधुबनी के एसपी को भी अवगत कराया है। इन्हीं सवालों के साथ पढ़िए देशज टाइम्स के अपराध ब्यूरो प्रमुख Sanjay Kumar Roy (सर्वश्रेष्ठ से जुड़ें 9835241923) की यह EXCLUSIV REPORT की तीसरी कड़ी
समस्तीपुर के पुलिस अधीक्षक ने दरभंगा आईजी को दरभंगा एवं मधुबनी से स्थानांतरित पुलिस पदाधिकारी एवं कर्मियों का जो नाम सौंपा है। इसमें 65 पुलिसकर्मी शामिल है। इसमें दरभंगा से पुअनि अनिल कुमार सिंह,सअनि प्रेम नाथ, सिपाही राकेश कुमार झा, छोटू कुमार, संजीव कुमार, सुजीत कुमार, नरेश कुमार राय, अमित कुमार आजाद, मो. साबिर, मनोहर लाल, संतोष कुमार राय, अरुण कुमार, बबलू कुमार, सुनील कुमार पासवान, शशिकांत सिन्हा एवं राजीव रंजन का नाम शामिल है।
वहीं, मधुबनी जिला से पुअनि अभिमन्यु कुमार शर्मा, शैलेंद्र कुमार, सत्येन्द्र कुमार, अरुण कुमार सअनि सकलदेव पासवान, नर्मदेश्वर सिंह, हवलदार धनंजय कुमार, दिनेश प्रसाद, साधु शरण मोची, सचिदानन्द यादव, सिपाही नीरज कुमार, दीपक कुमार, अभय कुमार चौहान, अविनाश कुमार, आशिफ परवेज, अखिलेश कुमार, गीता कुमारी, मुकेश कुमार, मन्त्रिका कुमार, चंद्रदीप कुमार मंडल, इंद्रासन कुमार पंडित, प्रवेश कुमार, मनीष कुमार, संजीव कुमार झा, विकास कुमार दुबे, मुकेश कुमार, धर्मेंद्र कुमार शर्मा, गुड्डू रजक, मनोहर कुमार, ओम् प्रकाश मंडल, पवन कुमार, उमाशंकर सिंह, शिव शक्ति पासवान, शशिकांत राय, रंजीत कुमार, कृष्ण बसेरा, छवि लाल मंडल, शशि कुमार,राजीव नयन,अमरेन्द्र कुमार,हरिओम शरबम,मुन्ना कुमार,पप्पू कुमार,मिस्टर राजू,अमृत कुमार,मिथिलेश कुमार,अक्षय कुमार,कुणाल वर्मा एवं आबिद अली का नाम शामिल है।
इन सभी का जिला पूर्ण अवधि होने पर एडीजी मुख्यालय के आदेश पर आईजी ने विरमित किया था। लेकिन, अबतक इनलोंगों ने समस्तीपुर जिला में योगदान नहीं दिया है।
ऐसे में कई सवाल उठते हैं कि विरमित पुलिसकर्मी आखिरकार समस्तीपुर जिला में योगदान क्यों नहीं दिया है। सूत्रों का कहना है कि कई का चिकित्सीय आधार पर उन्हें समायोजन कर दिया है। ऐसे में, सवाल यह भी उठता है कि मुख्यालय का आदेश या निर्देश आईजी या एसपी/एसएसपी क्यों धत्ता बता रहे हैं।
अगर ऐसा है तो ऐसे में पुलिस की अनुशासनिक व्यवस्था ही खत्म हो जाएगी। जानकारों का कहना है कि ऐसे में पुलिस मुख्यालय को जवाबदेह पदाधिकारी से स्पष्टीकरण पूछना चाहिए। अगर स्पष्टीकरण का जवाब संतोषप्रद नहीं होता है तो इन सभी के विरुद्ध सरकार को पत्र लिखना चाहिए ताकि समुचित कार्रवाई हो सके और पुलिस की व्यवस्था सुदृढ़ रहें।