जयपुर के चूड़ी फैक्ट्री से दरभंगा के तीन बच्चों समेत बिहार के 71 बच्चे रेस्क्यू किए गए हैं। इसमें बेगूसराय के भी पांच बच्चे थे। वहीं, नालंदा के 11, गया के 24, मुजफ्फरपुर के आठ, औरंगाबाद के तीन, दरभंगा के तीन, मधुबनी के पांच, सीतामढ़ी के एक, समस्तीपुर के चार, वैशाली के दो, सहरसा के एक, भागलपुर के एक एवं नवादा के तीन बच्चे थे।
जानकारी के अनुसार, सभी बच्चे राजस्थान के जयपुर में चूड़ी फैक्ट्री में कार्य करते थे। वहां बच्चों से चौदह घंटे काम लिया जाता था और ठीक से खाना पीना नहीं देकर विभिन्न तरीकों से टॉर्चर भी किया जाता था। जहां से रेस्क्यू कर सभी बच्चों को बेगूसराय बालगृह लाया गया है। वहीं, पांच बच्चों को आवश्यक कानूनी प्रक्रिया के बाद उनके परिजनों को आज सौंप दिया गया।
इसमें पुनर्वासित किए गए बच्चों में तेघड़ा थाना क्षेत्र के बरौनी पंचायत-तीन निवासी मो. अंजार का पुत्र तनवीर एवं मो. सुभान का पुत्र जियाउल, फुलवड़िया थाना क्षेत्र के बारो दक्षिण निवासी मो. अकबर का पुत्र गुलसाद, फुलवड़िया पंचायत-तीन निवासी मो. अजमत का पुत्र शादाब एवं मो. अजमत का पुत्र जमशेद है।
रेस्क्यू कर जयपुर बाल कल्याण समिति में रखा गया तथा कई स्तर पर सत्यापन एवं कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद वहां से पटना बाल कल्याण समिति को भेज दिया गया। पटना से सभी बच्चों को बेगूसराय सहित संबंधित जिला बाल कल्याण समिति की ओर से लाया गया तथा स्थानीय स्तर पर कागजी प्रक्रिया पूरी कर अभिभावकों को सौंप दिया गया है।