
दरभंगा। राज्य महिला आयोग की सदस्य श्रीमती रश्मि रेखा सिन्हा ने समाहरणालय परिसर स्थित वन स्टॉप सेंटर (OSC) और जिला हब फॉर एम्पावरमेंट ऑफ़ वीमेन (DHEW) का निरीक्षण किया।
इस निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के लिए संचालित विभिन्न सेवाओं की गुणवत्ता, केंद्र की सुविधाओं और कार्यप्रणाली का प्रत्यक्ष मूल्यांकन करना था।
जागरूकता अभियान और सेवाओं की जानकारी
जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आई.सी.डी.एस. चाँदनी सिंह ने बताया कि महिलाओं को उनके अधिकार और सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देने हेतु जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
कार्यक्रम स्कूल-कॉलेज, पंचायत और स्थानीय सामुदायिक केंद्रों में आयोजित किए जा रहे हैं।
वन स्टॉप सेंटर और जिला हब का निरीक्षण
आयोग की टीम ने सभी कमरों का भ्रमण किया और केंद्र में कार्यरत स्टाफ—जिला मिशन समन्वयक, केंद्र प्रशासक, काउंसलर, पैनल अधिवक्ता, परामर्शी और महिला पुलिसकर्मी—से चर्चा की।
केस मैनेजमेंट, दस्तावेज़ संग्रहण, परामर्श सेवाएँ, चिकित्सीय सहायता, पुलिस सहायता और पुनर्वास सुविधाओं का मूल्यांकन किया गया।
आई पीड़िता महिलाओं से संवाद कर उनकी समस्याओं को सुनते हुए उचित परामर्श प्रदान किया गया।
वन स्टॉप सेंटर की उपलब्ध सेवाएं
केंद्र में आने वाली महिलाओं को रजिस्ट्रेशन, काउंसलिंग, चिकित्सीय देखभाल, कानूनी सहायता, पुलिस सुरक्षा और अस्थायी आश्रय की सभी आवश्यक सेवाएँ उपलब्ध कराई जाती हैं।
केस मैनेजमेंट सिस्टम और फॉलोअप पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
हब फॉर एम्पावरमेंट ऑफ़ वीमेन की पहल
समय-समय पर महिलाओं और किशोरियों को उनके अधिकारों, सरकारी योजनाओं और कानूनी सहायता के प्रति जागरूक किया जाता है।
महिलाओं को योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए मार्गदर्शन और सहायता प्रदान की जाती है।
जिला प्रशासन के सहयोग से महिला सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु तत्परता दिखाई जा रही है।
आयोग के निर्देश
प्रत्येक केस का रजिस्ट्रेशन और फॉलोअप प्रक्रिया पारदर्शी और प्रभावी बनाना।
पीड़ित महिलाओं की गोपनीयता और सुरक्षा को प्राथमिकता देना।
जरूरतमंद महिलाओं को काउंसलिंग, चिकित्सा, कानूनी सहायता और अस्थायी आश्रय की सुविधा सुनिश्चित करना।
वन स्टॉप सेंटर स्टाफ को महिला अधिकार और काउंसलिंग में विशेष प्रशिक्षण देना।
जिला प्रशासन, स्थानीय पुलिस, अस्पताल और अन्य हितधारकों के साथ सतत समन्वय सुनिश्चित करना।
निरीक्षण का समापन
आयोग की सदस्य ने सभी कर्मचारियों से संवाद कर संचालन में आने वाली समस्याओं, संसाधनों की आवश्यकता और महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण पर चर्चा की।
निरीक्षण के दौरान सेंटर की पारदर्शिता, उत्तरदायित्व और महिला-केंद्रित वातावरण की सराहना की गई।
कर्मचारियों को निर्देश दिए गए कि वे समर्पण और संवेदनशीलता के साथ कार्य करें ताकि कोई भी महिला या बालिका न्याय और सहायता से वंचित न रहे।
निरीक्षण के दौरान जिला हब फॉर एम्पावरमेंट ऑफ़ वीमेन और वन स्टॉप सेंटर के सभी कर्मचारी उपस्थित रहे।