दरभंगा | सीएम साइंस कॉलेज के पीजी भौतिकी विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का शनिवार को समापन हुआ। कार्यक्रम में एपीजे कलाम महिला प्रौद्योगिकी संस्थान (डब्ल्यू.आई.टी.) के निदेशक डॉ. अजय नाथ झा ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के फायदे और नुकसान पर विचार साझा किया।
उन्होंने कहा कि AI सुव्यवस्थितीकरण, समय की बचत, पूर्वाग्रहों का उन्मूलन और बार-बार दोहराए जाने वाले कार्यों के स्वचालन में मदद करता है, लेकिन इसके दुरुपयोग से नुकसानों की संभावना भी रहती है।
संगोष्ठी की मुख्य बातें
संरक्षक प्रो. संजीव कुमार मिश्र ने संगोष्ठी को पीजी छात्रों और प्रोफेशनल्स के लिए उपयोगी बताया और AI के महत्व को रेखांकित किया।
प्रोफेसर धर्म सिंह जाट (यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, नाम्बिया) ने मशीन लर्निंग और डीप लर्निंग में AI की उपयोगिता पर प्रकाश डाला।
डॉ. मलय नायक (आईटी बज, लंदन) ने बताया कि AI सूचना के त्वरित स्थानांतरण और कार्य पद्धति को सशक्त बनाने में सहायक है। उन्होंने सही और सुरक्षित प्रयोग पर जोर दिया।
पेपर और पोस्टर प्रेजेंटेशन में प्रतिभागियों का उत्साह, AI पोस्टर ने जीता दिल
पहले दिन 15 ऑनलाइन और 7 ऑफलाइन प्रतिभागियों ने पेपर प्रेजेंटेशन किया।
दूसरे दिन 36 ऑनलाइन और 20 ऑफलाइन प्रतिभागियों ने प्रेजेंटेशन दिया।
17 प्रतिभागियों ने AI पर केंद्रित पोस्टर प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किए, जिनकी विशेषज्ञों ने सराहना की।
एपीजे अब्दुल कलाम अवार्ड…सम्मान
विनियम रिसर्च एसोसिएशन, धनबाद की अध्यक्ष उमा गुप्ता और टीम को बेहतर प्रायोजन के लिए सम्मानित किया गया।
भौतिकी विषय में शिक्षण और शोध में उत्कृष्ट योगदान के लिए डॉ. यूके दास, डॉ. सुजीत कुमार चौधरी, डॉ. अजय कुमार ठाकुर, डॉ. रश्मि रेखा, डॉ. रवि रंजन, डॉ. आदित्यनाथ मिश्रा, डॉ. संतोष कुमार और डॉ. आशुतोष कुमार सिंह को एपीजे अब्दुल कलाम अवार्ड प्रदान किया गया।
संगोष्ठी में बिहार, झारखंड, तमिलनाडु और नेपाल से ऑनलाइन प्रतिभागी जुड़े, जबकि ऑफलाइन मोड में पीजी भौतिकी विभाग के छात्र-छात्राओं ने सक्रिय भागीदारी दिखाई।