दरभंगा, देशज टाइम्स अपराध ब्यूरो। नाबालिग बच्ची ने शादी से इंकार कर दिया है। बाल कल्याण समिति ने नाबालिग बच्ची को तत्काल बालिका संरक्षण गृह भेज दिया है। दरअसल, 14 वर्ष की किशोरी की शादी 35 वर्ष के दूल्हे से (A minor girl was getting married in Darbhanga, but…this happened…?) कराई जा रही थी।
तत्काल प्रशासनिक हस्तक्षेप से शादी को रोकते हुए वहीं लड़की को बाल समिति के निर्देशानुसार पुलिस अभिरक्षा में मधुबनी स्थित बालिका संरक्षण गृह भेज दिया गया है। मामला, जाले थाना क्षेत्र का है। पढ़िए रितेश कुमार सिन्हा की यह रिपोर्ट…
जानकारी के अनुसार, जाले थाना क्षेत्र के बिहारी गांव में एक नाबालिग लड़की शादी कराये जकने की सूचना मिलते ही स्थानीय जाले पुलिस हरकत में आ गई। शादी रोकते हुए नाबालिग लड़की सहित विवाह में शामिल उसके माता-पिता एवं विवाह करने वैशाली जिला से आये दूल्हे को भी अपने संरक्षण में लेकर थाना पर आ गई।
बताया जाता है कि जिस बच्ची का शादी कराई जा रही थी, उसकी उम्र 14 वर्ष है जबकि उससे शादी करने आये दूल्हे की उम्र 35 वर्ष है। किशोरी ने इस शादी का विरोध करते हुए ग्रामीणों से सहयोग मांगा। ग्रामीणों ने चुपके से दूल्हा और दुल्हन का फोटो खींच लिया है।
इस मामले की जानकारी प्रखंड के बीडीओ दीनबंधु दिवाकर और थानाध्यक्ष प्रियंका कुमारी को दी गई। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने तत्काल इस शादी को रुकवाते हुए लड़की और लड़का सहित परिजन को थाने पर लाकर पूछताछ करने में लगी है। वहीं लड़की को बाल समिति के निर्देशानुसार जाले थाने की पुलिस ने बच्ची को पुलिस अभिरक्षा में मधुबनी स्थित बालिका संरक्षण गृह भेज दिया है।
जाले थाने की पुलिस इस मामले में बच्ची के माता-पिता एवं वैशाली जिला से शादी करने आये दूल्हे से पूछताछ कर रही है। वरीय पुलिस अधिकारियों के साथ-साथ बाल कल्याण समिति के निर्देश की प्रतीक्षा कर रही है।
वहीं दूसरी ओर नाबालिग लड़की एवं उसके माता-पिता ने अभी तक उम्र संबंधी कोई दस्तावेज एवं शैक्षणिक प्रमाणपत्र उपलब्ध नहीं करवाया है, लेकिन लड़की ने खुद अपनी उम्र 14 वर्ष बताई है। वहीं, उसके तथाकथित पति ने भी अभी तक अपना उम्र एवं निवास संबंधी कोई दस्तावेज पुलिस या मानवाधिकार इमरजेंसी हेल्पलाइन को उपलब्ध नहीं करवाया है।
जाले प्रखंड बीडीओ सह प्रखंड बाल संरक्षण समिति के अध्यक्ष दीनबंधु दिवाकर के समक्ष बच्ची एवं उसके माता-पिता का बयान दर्ज करवाया गया। दर्ज बयान में कहा गया कि परिजन विवाह करने की तैयारी कर रहे थे। इस दौरान पड़ोसियों ने फोटो खींचकर उसे वायरल कर दिया।
वहीं, ग्रामीणों का कहना था कि 14 वर्षीया किशोरी का विवाह लगभग 35 वर्षीय व्यक्ति के साथ करने की तैयारी की जा रही थी, जिसका प्रतिकार किया गया। किशोरी के माता-पिता उसे अन्यत्र ले गए और विवाह कर दिया। विवाह करने वाले व्यक्ति की पहचान वैशाली जिले के महुआ थाने के बावनघाट निवासी बिपिन कुमार राय के रूप में हुई है।
मानवाधिकार इमरजेंसी हेल्पलाइन एसोसिएशन का मानना है कि किशोरी के साथ विवाह के बहाने बाल व्यापार का प्रयास था। मानवाधिकार इमरजेंसी हेल्पलाइन एसोसिएशन, दरभंगा की महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष उषा सिंह ने थाना परिसर में बच्ची की काउंसिलिंग कर उसे पढ़ने के प्रति प्रेरित किया।
उषा सिंह ने बताया कि बच्ची पढ़ाई करना चाहती है इसलिए उसे बाल कल्याण समिति के समक्ष वीडियो कांफ्रेंसिंग से उपस्थापित किया गया। समिति के निर्देशानुसार जाले थाने की पुलिस ने बच्ची को मंगलवार को पुलिस अभिरक्षा में मधुबनी स्थित बालिका संरक्षण गृह भेज दिया।