जाले, देशज टाइम्स | शारदीय नवरात्र के अवसर पर रविवार को जलेश्वरी स्थान में 66वां पूजा महोत्सव मनाया गया। षष्ठी पूजा के मौके पर पंडाल से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच भव्य कलश शोभा यात्रा निकाली गई।
शोभा यात्रा का विवरण
यात्रा में 1151 कुवारी कन्याओं ने पुलिस प्रशासन की देखरेख में गाजे-बाजे के साथ कलश लेकर हिस्सा लिया। शोभा यात्रा जलेश्वरी स्थान से शुरू होकर जाले हाट, महावीर बाजार होते हुए खड़का मोड़ पहुंची। वहां से पूर्व मुखिया प्रेम धीर के घर के पीछे बेलन्योति वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ किया गया।
इसके बाद यात्रा गांधी चौक, गणेश मंदिर, शंकर चौक होते हुए पुनः जलेश्वरी स्थान पहुंचकर कलश स्थापित किया गया।
आयोजन और समिति
इस अवसर पर जलेश्वरी दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष रतन कुमार मेहता, सचिव देव नारायण मेहता, कोषाध्यक्ष कमलेश नायक सहित सभी सदस्य उपस्थित थे।
अन्य पूजा पांडालों में पूजा
जाले सहित जोगियारा, सहसपुर, राढ़ी पश्चिमी, ब्रह्मपुर पूर्वी व पश्चिमी सहित अन्य पांडालों में माता के छठे स्वरूप माता कात्यायनी की पूजा विधिपूर्वक हुई।
पूजा उपरांत गाजे-बाजे के साथ बेलन्योति का जुलूस निकाला गया। जुलूस पूजा स्थल से निकलकर बेल के वृक्ष के पास पहुँचा, जहाँ पंडित द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ बेल के पेड़ को निमंत्रित किया गया।
आगामी कार्यक्रम
पूजा समिति के अनुसार 29 सितंबर की सुबह बेल तोड़ने के बाद बेल के जरिए वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच माता के नेत्र खोले जाएंगे।