दरभंगा में गत 10 फरवरी की रात जीएम रोड के आवासीय भूखंड पर बुलडोजर चलाने और विरोध करने पर पेट्रोल छिड़ककर जिंदा जलाने की कोशिश मामले में नगर थानाध्यक्ष लापरवाही में सीधे नप गए।
प्रभारी वरीय पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार प्रसाद ने थानाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह को निलंबित करते हुए कहा कि थानाध्यक्ष ने कार्रवाई में विलंब की। साथ ही शिथिलता भी बरती। इसे देखते हुए तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर किया गया है। आगे की जांच चल रही है। रिपोर्ट का इंतजार है। दोषी साबित होने पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

वहीं,जमीन विवाद में चार लोगों को जिंदा जलाने का मामले से इलाके में हड़कंप मच गया है। आग लगने की वजह से तीन लोग बुरी तरह से झुलस गए हैं, जिसमें एक गर्भवती महिला पिंकी ने मंगलवार को अस्पताल में दम तोड़ दिया। इससे पहले आग के कारण गर्भवती महिला के कोख में ही उसका आठ महीने का बच्चा मर गया था।
घटना के पांच दिन हो गए, लेकिन पुलिस अब भी मुख्य आरोपित शिव कुमार झा तक नहीं पहुंच पाई है। ऐसी स्थिति में पुलिस पर सवाल उठने लगे हैं। हालांकि, पुलिस ने दरभंगा, मधुबनी और मुजफ्फरपुर जिले में ताबड़तोड़ छापेमारी की है। बहुत जल्द मुख्य आरोपित को गिरफ्तार करने का दावा कर रही है।
इस घटना में घर के तीन सदस्य गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं। संजय और उनकी गर्भवती बहन पिंकी बुरी तरह झुलस गए। इस घटना में छोटी बहन निक्की भी घायल हुई थी लेकिन वह घर में अकेले डटी रही। संजय और पिंकी को डीएमसीएच में भर्ती कराया गया था। जहां तीन दिन पहले पिंकी के गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत हो गयी थी। इस पूरी वारदात का मुख्य आरोपी शिवकुमार झा है। यह वही व्यक्ति है जिसका मकान और जमीन का विवाद चल रहा है।
घटना में शामिल जिन 13 हमलावरों को चिन्हित किया गया उनमें से मात्र आठ की गिरफ्तारी हो पाई है। घटना स्थल से जुड़े साक्ष्यों की फारेंसिक टीम ने जांच की है। इसमें आगजनी व सीसी कैमरे के फुटेज से जुड़े कई साक्ष्यों के नमूनों को टीम ने सुरक्षित किया है। हालांकि, फारेंसिक रिपोर्ट मिलने के बाद ही घटना की हकीकत सामने आएगी।
मामले की जांच कर रहे सदर एसडीपीओ कृष्ण नंदन कुमार की रिपोर्ट पर लोगों की नजर टिकी हुई है। बताया जाता है कि दो दिनों के अंदर वे अपनी रिपोर्ट समर्पित कर देंगे। इस बीच घटना में जख्मी हुए चार लोगों में दो की हालत अब भी गंभीर है। रीता झा उर्फ मिक्की और उनके भाई संजय कुमार झा का इलाज पटना में चल रहा है। चिकित्सकों ने 15 दिनों के बाद ही कुछ कहने की बात कही है।
पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए 8 अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में कुल 40 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। अभी तक 13 अभियुक्तों की पहचान कर ली गई, जिसमें से 8 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं, स्पेशल ब्रांच की टीम ने पीड़ित पक्षों का बयान लेकर पुलिस मुख्यालय को रिपोर्ट भेज दी है। उसमें पुलिस के एक वरिष्ठ पदाधिकारी की भूमिका को संदिग्ध बताया गया है। पीड़ित परिवार ने बताया कि बुधवार की रात भी हमलावरों ने जेसीबी से घर पर हमला किया था।
जानकारी के अनुसार, दस फरवरी को जबरन जमीन कब्जा करने पहुंचे भू-माफिया ने चार लोगों पर पेट्रोल छिड़क आग लगा दी थी। घटना में दो लोगों की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है। गौरतलब है कि मामले में नामजद अभियुक्त होने के बाद भी पुलिस अपराधी को गिरफ्तार करने के बदले आग लगने और लगाने की जांच में जुटी है। इस बात से लोगों में नाराजगी है।
यह घटना बिहार के दरभंगा के टाउन थाना क्षेत्र के राज कुमार गंज के पॉश जीएम रोड इलाके की है। मजे की बात यह है कि घटनास्थल एलएनएमयू थाने से कुछ दूरी पर ही है। मृतका का भाई संजय झा डीएमसीएच में जिंदगी और मौत से जूझ रहा है। गौरतलब है कि नगर थाना क्षेत्र के जीएम रोड स्थित एक मकान और जमीन की दावेदारी का मामला पटना हाईकोर्ट में चल रहा है। इस बीच गुरुवार की देर शाम करीब 20 से 25 की संख्या में आए भू माफियाओं ने संजय झा नामक व्यक्ति के मकान को जबरन बुलडोजर से ढहाने की कोशिश की। उसके बाद घर को आग लगा दी थी।
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