जाले | कृषि विज्ञान केन्द्र में शुक्रवार को आंगनबाड़ी सेविकाओं के लिए पोषण वाटिका निर्माण विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य
प्रशिक्षण के दौरान सेविकाओं को पोषण वाटिका के माध्यम से सुरक्षित और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने का तरीका सिखाया गया।
केन्द्र के अध्यक्ष डॉ. दिव्यांशु शेखर ने बताया कि सितंबर माह को पोषण माह के रूप में मनाया जाता है।
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के पोषण अभियान का उद्देश्य है:
स्वस्थ आहार को बढ़ावा देना
आंगनबाड़ी और स्वास्थ्य कर्मियों की क्षमता को मजबूत करना
समुदाय की भागीदारी बढ़ाना
पोषण अभियान जीवन के हर चरण में स्वास्थ्य और पोषण को महत्व देता है।
संचालिका डॉ. पूजा कुमारी ने बताया
प्रशिक्षण में प्रखंड की 20 आंगनबाड़ी सेविकाओं ने भाग लिया।
कार्यक्रम के संचालिका डॉ. पूजा कुमारी ने बताया कि पोषण वाटिका में आंगनबाड़ी केंद्र या घरों में फल, सब्जियां और अन्य पोषणयुक्त खाद्य पदार्थ उगाए जाएंगे।
इससे बच्चों, गर्भवती महिलाओं और अन्य लोगों को ताज़ा, जैविक और पौष्टिक भोजन मिलेगा, जो शारीरिक और मानसिक विकास के लिए आवश्यक है।
प्रशिक्षण का उद्देश्य कुपोषण से लड़ना, आहार विविधता बढ़ाना, स्थानीय अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करना और पोषण जागरूकता बढ़ाना है।
जानिए पोषण वाटिका में उपयोग होने वाले छोटे-छोटे कृषि यंत्रों को
सेविकाओं को सब्जियों के पौधे और नेपियर ग्रास वितरित किए गए।
इं. निधि कुमारी ने पोषण वाटिका में उपयोग होने वाले छोटे-छोटे कृषि यंत्रों की जानकारी दी।
डॉ. चंदन कुमार ने जैविक उर्वरक के प्रयोग की जानकारी साझा की।