बिरौल देशज टाइम्स डिजिटल डेस्क। अनुमंडल मुख्यालय स्थित सीएचसी परिसर में बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्थापित एएनएम ट्रेनिंग स्कूल विधिवत शुरू हो चुका है।
सीएचसी परिसर में होने एवं इसमें छात्रावास की सुविधा रहने से इच्छुक छात्राओं को प्रशिक्षण प्राप्त करने में काफी सहूलियत हो गई है। हांलाकि 6 जून 22 से ही मुंगेर, सीतामढ़ी, समस्तीपुर, दरभंगा सहित कई जिलों से आयी छात्रा विधिवत प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है।
परंतु सुरक्षा दिवार का निर्माण नहीं होने से प्रशिक्षु एएनएम एवं इसके कर्मियों, प्राचार्य अपने को असुरक्षित महसूस करते हैं।
इधर सीएचसी के प्रभारी डॉ.फूल कुमार मिश्र ने बताया कि प्रशिक्षु एएनएम को दो सिफ्ट मे प्रशिक्षण दिया जाता है। उन्होंने बताया कि नामांकित 45 छात्राओं को दो बैच मे विभक्त कर इसमें से 22 छात्राओं को थ्योरी के लिए स्कूल मे रहने को कहा गया है तथा 23 छात्राओं को सीएचसी के विभिन्न विभागों में चिकित्सक के अधिन प्रशिक्षण कि व्यवस्था की गई है। जिसका समय सीमा 15 दिनों का है।
निर्धारित समय पूरा होते ही थ्योरी कर रहे छात्राओं को सीएचसी तथा सीएचसी मे प्रशिक्षण ले रहे छात्राओं को थ्योरी के लिए स्कूल मे उपस्थिति दर्ज करना पड़ता है। जानकारी के अनुसार बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग की ओर से एएनएम प्रशिक्षण के लिए ऑन लाइन फॉर्म भरने का प्रवधान है।
स्थानीय लोगों के अनुसार इस क्षेत्र से विधायक सह मंत्री रहे मदन सहनी के प्रयास से बिरौल मे एएनएम ट्रेनिंग स्कूल की स्थापना की गई है। इसके स्थापना से बिहार के दरभंगा जिला अन्तर्गत बिरौल का नाम रौशन होने के साथ ही इस क्षेत्र के लोगों का मानसम्मान बढ़ा है।