कुशेश्वरस्थान, दरभंगा। सावन की दूसरी सोमवारी पर बाबा कुशेश्वरनाथ धाम दर्शन के लिए पहुंचे 18 वर्षीय अजित कुमार की शिवगंगा घाट पर डूबने से दर्दनाक मौत हो गई। अजित दरभंगा सदर प्रखंड के गौसाघाट निवासी सूर्यदेव यादव का पुत्र था।
पूजा करने आया था, लेकिन…
जानकारी के अनुसार, सोमवार सुबह करीब 6 बजे, अजित शिवगंगा घाट में स्नान के लिए उतरा। इसी दौरान उसका पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में डूब गया। मौके पर मौजूद श्रद्धालुओं ने जब हल्ला सुना, तो करीब 15 मिनट की मशक्कत के बाद उसे पानी से बाहर निकाला गया।
इलाज के दौरान हुई मौत, परिवार में मचा कोहराम
घायल हालत में उसे सत्तीघाट पीएचसी ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने डीएमसीएच रेफर किया। लेकिन परिजन उसे बिरौल के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराए, जहां मंगलवार सुबह 4 बजे डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक की मां नीलम देवी का रो-रो कर बुरा हाल है। अजित अपने दो भाइयों और एक बहन में सबसे छोटा था।
परिवार बोला – अगर प्रशासन मदद करता, तो कुछ सहारा मिलता
मृतक के भाई अमरजीत कुमार ने प्रशासन से मदद की मांग करते हुए कहा,
“हम गरीब हैं, कोई सरकारी सहायता मिलती तो थोड़ा सहारा मिल जाता।“
शिवगंगा की लापरवाही बनी हादसे की वजह?
स्थानीय लोगों का कहना है कि शिवगंगा घाट पर सुरक्षा के नाम पर कोई प्रबंध नहीं है। पहले सोमवारी को ही धर्मशाला की जर्जर रेलिंग गिरने से एक बुजुर्ग की मौत हुई थी। तब भी न्यास समिति को चेतावनी दी गई थी। लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया।
यदि गहरे पानी वाले स्थानों की पहचान कर बेरिकेटिंग की जाती या चिन्हित चेतावनी बोर्ड लगाए जाते, तो यह हादसा टल सकता था।
प्रशासन और न्यास समिति की लापरवाही पर उठ रहे सवाल
लगातार दो सोमवारी पर कुशेश्वरस्थान में जिंदगियां खत्म हो रही हैं, लेकिन न्यास समिति और प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रहे। पहले धर्मशाला हादसा, अब शिवगंगा डूबने से मौत – इससे प्रशासन की लचर व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है।