दरभंगा न्यूज़: मंगलवार का दिन दरभंगा के छात्रों के लिए खास रहा, जब शिक्षा और सामाजिक चेतना का अद्भुत संगम देखने को मिला। नशा मुक्ति दिवस के अवसर पर आयोजित एक जिला स्तरीय प्रतियोगिता में छात्र-छात्राओं ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। लेकिन इन सबके बीच, वाद-विवाद के मंच पर एक नाम ऐसा उभरा जिसने सबको हैरान कर दिया और जीत का परचम लहराया। आखिर कौन है यह युवा प्रतिभा जिसने अपने तर्कों से मारी बाजी?
नशा मुक्ति के लिए प्रतिभाओं का संगम
नशा मुक्ति दिवस के उपलक्ष्य में, मंगलवार को दरभंगा के जिला स्कूल में एक भव्य जिला स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों के बीच नशाखोरी के प्रति जागरूकता बढ़ाना और उन्हें रचनात्मक माध्यमों से अपनी बात रखने का अवसर प्रदान करना था। यह पहल युवा पीढ़ी को नशे के गंभीर परिणामों से अवगत कराने और एक स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए प्रेरित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
वाद-विवाद में अभिराज ने लहराया परचम
इस मौके पर तीन प्रमुख विधाओं में छात्रों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया, जिनमें शामिल थे:
- निबंध-लेखन प्रतियोगिता
- वाद-विवाद प्रतियोगिता
- चित्रकला प्रतियोगिता
इन प्रतियोगिताओं में जिलेभर के विभिन्न विद्यालयों से आए विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। उन्होंने अपनी लेखनी, वाणी और रंगों के माध्यम से नशा मुक्ति के संदेश को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया। इस कड़ी में, वाद-विवाद प्रतियोगिता ने विशेष ध्यान आकर्षित किया। प्रतिभागियों ने नशाखोरी के दुष्प्रभावों और समाज पर इसके नकारात्मक असर को लेकर अपने विचारों को तार्किक ढंग से प्रस्तुत किया। कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच, अभिराज नामक छात्र ने अपने प्रभावशाली तर्कों और वाकपटुता से निर्णायक मंडल को प्रभावित किया और इस प्रतियोगिता में अव्वल स्थान हासिल किया। उनके प्रदर्शन ने सभागार में उपस्थित सभी लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
युवाओं में सामाजिक चेतना का संचार
इस तरह की प्रतियोगिताओं का आयोजन न केवल छात्रों की प्रतिभा को निखारता है, बल्कि उन्हें सामाजिक जिम्मेदारियों के प्रति भी जागरूक करता है। नशा मुक्ति दिवस जैसे महत्वपूर्ण अवसर पर ऐसे आयोजन समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होते हैं। यह कार्यक्रम युवा पीढ़ी को नशे से दूर रहने और एक स्वस्थ समाज के निर्माण में अपना योगदान देने के लिए प्रेरित करेगा। जिला प्रशासन की यह पहल छात्रों को संवेदनशील मुद्दों पर सोचने और समाधान खोजने के लिए एक मंच प्रदान करती है।







