

प्रभाष रंजन, दरभंगा | लहेरियासराय थाना क्षेत्र के टावर चौक, लोहिया चौक, बस स्टैंड से लेकर सैदनगर तक सड़कों के किनारे फुटपाथी दुकानदारों की वजह से आए दिन जाम (Traffic Jam) की स्थिति बनी रहती है।
इस समस्या को लेकर ट्रैफिक थाना प्रभारी चंद्रोदय कुमार के नेतृत्व में नगर निगम (Darbhanga Municipal Corporation) के कर्मियों, लहेरियासराय थाना पुलिस और जेसीबी मशीन की मदद से शुक्रवार को अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया।
फुटपाथी दुकानदारों से सड़कों पर जाम की समस्या
लहेरियासराय शहर के प्रमुख चौक-चौराहों पर लंबे समय से फुटपाथी दुकानदारों ने कब्जा जमा रखा है। फल, सब्जी और चाय-नाश्ते के ठेले सड़क किनारे लगाए जाते हैं, जिससे वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
टावर चौक और लोहिया चौक जैसे भीड़-भाड़ वाले इलाकों में रोज़ाना ट्रैफिक जाम की स्थिति रहती है।
बस स्टैंड और सैदनगर की ओर जाने वाले रास्ते पर भी यातायात व्यवस्था (Traffic Management) पूरी तरह चरमरा जाती है।
Darbhanga Police-नगर निगम की संयुक्त कार्रवाई
अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान कई फुटपाथी दुकानों को हटाया गया।
नगर निगम कर्मी अनिल कुमार और पुलिस टीम ने जेसीबी मशीन की मदद से अस्थायी दुकानों को तोड़ा।
इस दौरान कई दुकानदार अपनी दुकानें उठाकर भागते नजर आए, जबकि कुछ दुकानदारों की दुकानें मौके पर ही हटा दी गईं।
सड़क से गुजर रहे आम लोग भी राहत महसूस करते हुए कहते नजर आए कि “अच्छा काम हो रहा है।”
शाम होते-होते फिर लौट आए ठेले
हालांकि, अतिक्रमण हटाने के बाद शाम होते-होते फुटपाथी दुकानदारों ने फिर से दुकानें सजा लीं।
लोहिया चौक पर तैनात ट्रैफिक पुलिसकर्मी दुकानदारों को रोकने में सक्रिय नहीं दिखे।
इस वजह से दुकानदारों ने फिर से सड़क किनारे कब्जा कर लिया।
आम लोगों का कहना है कि केवल एक बार अभियान चलाना काफी नहीं है, बल्कि पुलिस और नगर निगम को लगातार निगरानी करनी होगी।
जेल की दीवार के पास सुरक्षा खतरा
अभियान के दौरान यह भी पाया गया कि दरभंगा जेल की बाहरी दीवार के पास चाय-नाश्ते और अन्य अस्थायी दुकानें लगी हुई थीं।
यह स्थिति सुरक्षा की दृष्टि से बेहद खतरनाक मानी जा रही है।
कुछ साल पहले इसी दीवार के पास से नशे का सामान जेल के अंदर फेंका गया था, जिसमें लहेरियासराय थाना पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया था।
सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि जेल की दीवार के आसपास दुकानों का होना आपराधिक गतिविधियों (Criminal Activities) को बढ़ावा दे सकता है।
पुलिस की जिम्मेदारी और प्रशासन का रुख
स्थानीय लोगों का कहना है कि सिर्फ अभियान चलाकर तस्वीर नहीं बदलेगी।
चौक-चौराहों पर तैनात पुलिसकर्मियों को सख्ती बरतनी होगी ताकि दोबारा दुकानें न लग सकें।
ट्रैफिक थाना प्रभारी चंद्रोदय कुमार ने कहा है कि “अतिक्रमण हटाओ अभियान लगातार चलता रहेगा और शहर की सड़कों को अतिक्रमण मुक्त किया जाएगा।”
प्रशासन की ओर से भी यह संकेत मिला है कि आगे चलकर नियमित कार्रवाई होगी।
जनता की प्रतिक्रिया और उम्मीदें
अभियान के दौरान लोगों ने राहत की सांस ली।
कई वाहन चालकों ने कहा कि अगर यह कार्रवाई निरंतर चलती रहे तो शहर में जाम की समस्या काफी हद तक खत्म हो जाएगी।
आम जनता की मांग है कि नगर निगम और पुलिस आपसी समन्वय से सख्ती करें, तभी दरभंगा शहर अतिक्रमण से मुक्त हो सकता है।
…तभी दरभंगा शहर को जाम और अराजकता से मुक्त किया जा सकता है
दरभंगा में फुटपाथ अतिक्रमण केवल यातायात व्यवस्था की समस्या नहीं है, बल्कि यह शहर की सुरक्षा और स्वच्छता से भी जुड़ा हुआ मुद्दा है।
प्रशासन को चाहिए कि इस अभियान को केवल एक औपचारिक कार्रवाई न बनाकर निरंतर निगरानी और सख्ती से लागू करे। तभी दरभंगा शहर को जाम और अराजकता से मुक्त किया जा सकता है।








