
दरभंगा, देशज टाइम्स अपराध ब्यूरो। दरभंगा के सबसे बड़े स्वर्ण व्यवसायी डगरु सेठ से अपराधियों की ओर से मांगी गई 50 लाख रुपये की रंगदारी मामले में एसएसपी अवकाश कुमार ने डगरु सेठ की सुरक्षा बढ़ा दी है। उन्होंने हथियार से लैस जवान को वहां प्रतिनियुक्ति का आदेश दे दिया है।
एसएसपी अवकाश कुमार ने थानास्तर की व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए रात-रात भर थाना का निरीक्षण कर जानकारी जुटाने के प्रयास में लग गए हैं। लापरवाह पुलिस कर्मियों को लेकर उनकी ओर से हिदायत भी दी जा रही है।
थानास्तर पर किसी भी तरह की कोताही होती है तो दंडित करने का भी निर्देश भी दे चुके हैं। जिले में बढ़ रही घटनाओं पर विराम लगाने के लिये हर संभव प्रयास भी कर रहें हैं।
डगरु सेठ के यहां पूर्व में हुई डकैती के मामले में फ़रार चल रहे अपराधियों को पकड़ने के लिए एसएसपी ने टास्क दे दिया है। यही नहीं, अपराधियों की ओर से फिर से मांगी गई रंगदारी को लेकर सभी पुलिस पदाधिकारियों को टास्क दिया जा चुका हैं।
मोबाइल के साथ-साथ अपराधियों ने जिस पेटीएम की चर्चा डगरु सेठ से की है उसपर भी पुलिस की नजर हैं। वह चाहे जेल में बंद हो या बाहर ,पुलिस अपना काम कर रही हैं।
शुक्रवार की जनता दरबार में जब यह बात दुबारा सामने आयी तो एसएसपी हरकत में आ गए थे। दरभंगा पुलिस की कार्यशैली पर प्रमंडलीय वाणिज्य एवं उद्योग परिषद के प्रधान सचिव सुशील कुमार जैन ने प्रश्न चिन्ह खड़ा किया था। इस बाबत श्री जैन ने एसएसपी अवकाश कुमार को पत्र देकर कहा था कि अगर आपकी कार्यशैली इसी प्रकार की रही तो दरभंगा जिला अपराधियों के लिये चारागाह बन जाएगा।
उन्होंने एसएसपी को दिये पत्र में कहा हैं कि आपको फिर एक बार बताना चाहते हैं कि आठ सितंबर को अपराधियों ने फोन कर 50लाख रुपये की रंगदारी मांगी हैं और धमकी दी हैं कि रंगदारी की रकम नहीं देने पर हत्या कर दी जाएगी। अपराधियों ने रंगदारी की भुगतान करने के लिये अपना गूगल पे नंबर भी दिया हैं।
पत्र में कहा गया था कि दो माह पूर्व ही डगरु सेठ से अपराधियों ने 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी। इस बाबत पीड़ित ने थाना में आवेदन दिया था। बावजूद कार्रवाई नहीं हुई। एसएसपी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुये अधीनस्थ पुलिस पदाधिकारीयों को अलग अलग टास्क दे दिया हैं।