सतीश चंद्र झा, बेनीपुर | बेनीपुर अनुमंडल मुख्य बाजार स्थित आशीर्वाद नर्सिंग होम में सोमवार रात एक प्रसूता महिला की संदिग्ध मौत के बाद इलाके में हड़कंप मच गया।
मृतका की पहचान जकौली (थाना – बहेड़ा) निवासी धीरज पाल की 22 वर्षीय पत्नी शिवानी कुमारी के रूप में हुई है।
इलाज में लापरवाही का आरोप, सड़क जाम और प्रदर्शन
मृतका के परिजनों ने अस्पताल संचालक डॉ. राम प्रकाश पासवान और स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा और सड़क जाम किया।
गुस्साए लोगों ने अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मुआवजे की मांग की।
सूचना मिलने पर बहेड़ा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और समझा-बुझाकर जाम हटवाया, जिसके बाद यातायात बहाल हो सका।
सिजेरियन के बाद बिगड़ी हालत, इंजेक्शन लगने पर मौत
परिजन धीरज पाल और नीरज पाल ने बताया कि 26 अक्टूबर को प्रसव पीड़ा के कारण शिवानी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
27 अक्टूबर की रात सिजेरियन के बाद बेटी का जन्म हुआ। इसके बाद अचानक शिवानी की तबीयत बिगड़ने लगी, लेकिन डॉक्टर मौजूद नहीं थे।
एक महिला स्टाफ (जिसे लोग सफाईकर्मी बता रहे थे) ने उसे इंजेक्शन दिया, जिसके कुछ ही देर बाद उसकी मौत हो गई।
घटना के बाद डॉक्टर और स्टाफ फरार
मौत की खबर फैलते ही अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। डॉ. राम प्रकाश पासवान और अन्य स्टाफ अस्पताल छोड़कर फरार हो गए।
वहीं, अस्पताल में भर्ती अन्य चार-पांच मरीजों को उनके परिजनों ने हंगामा देखकर तुरंत बाहर निकाल लिया।
पुलिस की मौजूदगी में हाई वोल्टेज ड्रामा
सूत्रों के अनुसार, सोमवार देर रात से मंगलवार दोपहर तक पुलिस की मौजूदगी में अस्पताल परिसर में भारी तनाव रहा।
इसी दौरान परिजन अचानक शव लेकर चले गए, बिना पोस्टमार्टम कराए।
थानाध्यक्ष हरिद्वार शर्मा ने बताया
“मृतका के परिजनों ने न तो कोई लिखित आवेदन दिया है और न ही पोस्टमार्टम कराने को तैयार हुए हैं। आवेदन मिलने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना
स्थानीय लोगों के मुताबिक, यह कोई नई घटना नहीं है। एक साल पहले अचलपुर मध्य विद्यालय की रसोइया की मौत भी इसी नर्सिंग होम में लापरवाही से हुई थी।
लोगों का आरोप है कि स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत से बेनीपुर बाजार में दर्जनभर से अधिक अवैध नर्सिंग होम संचालित हो रहे हैं।
अस्पताल संचालक डॉ. राम प्रकाश पासवान से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन वे उपलब्ध नहीं हुए।








