बेनीपुर। प्रखंड क्षेत्र के पोहद्दी गांव के दक्षिण कमला नदी तट पर अवस्थित बाबा भूतनाथ मंदिर परिसर आजकल श्रद्धालुओं के लिए आस्था और विश्वास का केंद्र बनता जा रहा है। आज सावन के प्रथम सोमवारी के अवसर पर हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ पूजा अर्चना को उमड़ पड़ी।
वैसे तो प्रत्येक रविवार एवं सोमवार को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पूजा-अर्चना को उक्त परिसर में पहुंचती है। अनुमंडल मुख्यालय से 3 किलोमीटर दक्षिण कमला नदी के तट पर बाबा भूतनाथ मंदिर के निर्माण के संबंध में वैसे तो कोई स्पष्ट प्रमाण महिनाम या पोहद्दी ग्रामवासी नहीं दे रहे हैं, लेकिन बुजुर्गों में राम कुमार झा के अनुसार कभी यहां निर्जन वन हुआ करता था।
जहां विभिन्न जानवरों के खौफ हुआ करते थे। इस बीच इस मंदिर का निर्माण तत्कालीन जोगियारा के जमींदार स्वर्गीय ललिता प्रसाद सिंह के पूर्वजों की ओर से शमशान स्थल पर 18 वीं सदी में की गई थी। लेकिन, कमला नदी तट पर कई गांव के शव का अंतिम संस्कार किए जाने के कारण पूर्व के समय में यहां लोगों के बीच बहुत ही भ्रांतियां फैली हुई थी। लोगों का आवागमन कम ही हुआ करता था।
इस बीच 1970 के दशक में पोहद्दी गांव के कुछ युवाओं की टोली यहां आकर साप्ताहिक साफ-सफाई में जुट गए और पुराने जंगलों को साफ करते हुए नए फलदार वृक्ष लगाना प्रारंभ किया। इससे कि मंदिर की आय में भी वृद्धि होने लगी और दिनानुदिन परिसर का विकास होना प्रारंभ हुआ।
वर्ष में दो बार कार्तिक पूर्णिमा और माघ पूर्णिमा के अवसर पर यहां भव्य मेला का आयोजन किया जाता है। वैसे तो यहां वर्ष भर श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहता है लेकिन महिनाम, पोहद्दी, सजनपुरा, कटवासा, कन्हौली आदि गांव के मध्य अवस्थित इस मंदिर में पूजा अर्चना को लेकर प्रतिदिन इन ग्रामीणों का आना जाना लगा रहता है। लेकिन सावन महीने के सोमवारी के अतिरिक्त भी प्रत्येक रविवार और सोमवार के दिन श्रद्धालुओं की विशेष भीड़ देखी जा रही है।
मंदिर के पुजारी कार्तिक पंडा , महावीर पंडा , बेचू पंडा सहित अन्य पंडा परिवार बताते हैं कि हम लोग यहां सात पीढ़ी से बाबा का सेवा करते आ रहे हैं, लेकिन हाल के दिनों में जन सहयोग से मंदिर का जीर्णोद्धार कार्य लगातार जारी है ा पोहद्दी गांव के पूर्व मुखिया द्वारा एक भव्य मंडप का निर्माण किया गया।
पूर्व सांसद कीर्ति झा आजाद की ओर से सामुदायिक भवन का निर्माण कराया गया। निवर्तमान विधायक सुनील चौधरी की ओर से छतदार चबुतरा का निर्माण करवाया गया है। श्रद्धालुओं के सहयोग से बजरंगबली मंदिर का निर्माण किया गया। इससे लोगों की आस्था विश्वास दिनानुदिन बढ़ती ही जा रही है।
समय समय पर लोगों की ओर से रुद्राभिषेक अष्टयाम, नवाह कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है जिसमें आस-पड़ोस के सभी गॉवों की अच्छी सहभागिता रहती है। लोग का मानना है कि यहां स्वच्छ मन से किए गए मनोकामना बाबा निश्चित रूप से पूरा करते हैं।
वैसे तो यह हाल के दिनों में धार्मिक न्यास परिषद की ओर से ट्रस्ट बनाए जाने के बाद पोहद्दी एवं महीनाम के ग्रामीणों के बीच कुछ आपसी मनमुटाव को लेकर विकास कार्य बाधित हुआ, लेकिन उच्च न्यायालय के आदेश के बाद मंदिर के भूमि का स्वामित्व निर्धारित होने के बाद आजकल आस-पड़ोस के सभी गांव के लोग मंदिर परिसर की विकास में लगे हुए हैं।लेकिन ट्रस्ट अपने स्वरुप मे नहीं आ पायी है।