कुशेश्वरस्थान, दरभंगा | आने वाला वर्ष मिथिलांचल के प्रसिद्ध बाबा धाम कुशेश्वरस्थान के लिए नई उम्मीदों और सौंदर्यीकरण की दिशा में ऐतिहासिक साबित होने जा रहा है।
बिहार सरकार के पर्यटन विभाग (Tourism Department of Bihar) ने कुशेश्वरनाथ महादेव मंदिर परिसर और आसपास के पांच प्रमुख स्थलों के विकास का खाका तैयार किया है, जिससे न केवल इसकी भव्यता बढ़ेगी, बल्कि श्रद्धालुओं और पर्यटकों को भी बेहतर सुविधा मिल सकेगी।
पर्यटन विभाग की टीम ने लिया स्थलों का जायजा
श्री श्री 1008 बाबा कुशेश्वरनाथ महादेव मंदिर न्यास समिति के अध्यक्ष सह बिरौल एसडीओ शशांक राज की अध्यक्षता में मंगलवार को प्रखंड कार्यालय में एक अहम बैठक हुई। बैठक में पर्यटन विभाग के अभियंता एई मोहम्मद जहांगीर, जेई मोहम्मद इस्तजार तथा राम एंड संस के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
स्थल निरीक्षण कर कार्य योजना पर चर्चा की गई
अगले कुछ महीनों में पांच प्रमुख स्थलों का विकास कार्य शुरू होगा
विकास का खाका मंदिर से जुड़े धार्मिक व सार्वजनिक स्थानों के लिए बनाया गया है
किन-किन स्थानों का होगा विकास?
पर्यटन विभाग की योजना के तहत निम्नलिखित स्थानों पर कार्य होगा:
शिवगंगा घाट पर स्थित जर्जर धर्मशाला
खगड़िया धर्मशाला
गजेन्द्र नारायण सिंह धर्मशाला परिसर
स्थानीय उच्च विद्यालय परिसर
वैष्णवी दुर्गा स्थान के पूरब भाग का क्षेत्र
इन सभी स्थलों को आधुनिक सुविधाओं से युक्त और श्रद्धालुओं के अनुकूल बनाया जाएगा। एक सप्ताह के भीतर जर्जर धर्मशालाओं को ध्वस्त कर नए सिरे से निर्माण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
40 करोड़ की लागत से होगा सौंदर्यीकरण
पर्यटन विभाग के सहायक अभियंता मोहम्मद जहांगीर ने बताया कि लगभग ₹40 करोड़ की लागत से यह कार्य किया जाएगा। उन्होंने इसे अपने जीवन का सौभाग्य बताया कि मिथिला के इस पवित्र तीर्थ स्थल के विकास में योगदान मिलेगा।
“यह मेरे लिए भी सौभाग्य की बात है कि मैं बाबा कुशेश्वरधाम में सौंदर्यीकरण कार्य शुरू करवा रहा हूँ। हम पूरी प्रतिबद्धता के साथ इस कार्य को समय पर पूरा करेंगे।”
प्रशासन भी है सक्रिय
कुशेश्वरस्थान बीडीओ अशोक कुमार जिज्ञासु सहित कई स्थानीय अधिकारी मौके पर उपस्थित रहे। सभी ने इस ऐतिहासिक परियोजना के लिए संपूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं में खुशी की लहर
इस खबर से स्थानीय जनता, व्यवसायी, और श्रद्धालु समुदाय में उत्साह का माहौल है। सभी को उम्मीद है कि इससे कुशेश्वरस्थान न केवल बिहार के धार्मिक पर्यटन नक्शे पर उभरेगा, बल्कि रोज़गार और व्यापार के अवसर भी बढ़ेंगे।