बैठक में जिला ईंट निर्माता संघ के अध्यक्ष जयराम दास बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। जिन्हें फूल माला पहनाकर भट्ठा मालिकों ने स्वागत किया। बैठक में जाले एवं सिंहवाड़ा प्रखंड अंतर्गत ईंट निर्माता संचालक शामिल हुए। बैठक के दौरान विभिन्न समस्याओं पर विस्तृत रुप से चर्चा हुई।
इस मौके पर जिला ईंट निर्माता संघ के अध्यक्ष जयराम दास ने कहा कि तीन गुना वृद्धि के कारण ईंट बनाने में जो लागत राशि लगती है, वह भी हमें नहीं मिल पा रही है। इस कारण हमारी स्थिति बद से बदतर हो चली है। इतना ही नहीं सरकार ने एक पर्सेंट जी एस टी की जगह 6पर्सेंट लगा दिया है। ऐसे में हमें भारी आर्थिक उठाना पड़ रहा है। यही वजह है कि आगामी 8 सितंबर को बिहार के सभी जिला मुख्यालयों पर धरना दिया जाएगा।
जिला सचिव प्रो.आमिर निशात ने कहा कि सरकार ने जिला एवं पंचायत की सभी सरकारी योजनाओं में लाल ईंट को प्रतिबंध कर दिया है,ग्राहक जी एस टी देकर ईंट खरीदना नहीं चाहते हैं।एसी स्थिति में ईंट भट्ठा बंद होने के कगार पर है।ईंट भट्ठा प्रदेश में एक मात्र उद्योग है जो ईंट भट्ठे के माध्यम से मजदूरों को रोजगार देता है जिससे उनके परिवार का जीवन यापन चलता है ऐसे में अगर ईंट भट्ठा बंद हो जाएगा तो मजदूर भी बेरोजगार हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि इसलिए हमारी मांग है कि 6 पर्सेंट जीएसटी को घटाकर एक पर्सेंट किया जाए। साथ ही कोल की बढ़ी कीमतों को भी नियंत्रित किया जाए और भी कई तरह के नये नियमावली एवं टैक्स पर टैक्स थोप कर इस व्यवसाय की कमर तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
इस कारण व्यवसाय करने में काफी परेशानी हो रही है। इन तमाम समस्याओं को लेकर आगामी 8 सितंबर को बिहार के सभी जिला मुख्यालयों पर धरना दिया जाएगा। हम सरकार से मांग करते हैं कि हमारी समस्याओं को अविलंब दूर किया जाए।