back to top
⮜ शहर चुनें
दिसम्बर, 26, 2025

Child Marriage पर बेनीपुर में चली जागरूकता की लहर, अधिकारियों ने गिनाए कच्ची उम्र में शादी के गंभीर नुकसान

spot_img
spot_img
- Advertisement - Advertisement

Child Marriage: बेनीपुर। जैसे कच्ची मिट्टी के घड़े को आग में तपाने से पहले ही पानी भर दें तो वो टूट जाता है, वैसे ही बचपन की उम्र में शादी का बोझ बच्चों का भविष्य तोड़ देता है। इसी कुप्रथा के खिलाफ बेनीपुर में एक बड़ी पहल हुई है। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, शिव गोपाल मिश्र के निर्देशों और सचिव आरती कुमारी के मार्गदर्शन में ‘सौ दिवसीय बाल विवाह मुक्त भारत’ अभियान के तहत यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। नगर परिषद के वार्ड संख्या 22 स्थित रघुनंदनपुर के आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 7 इस महत्वपूर्ण आयोजन का साक्षी बना।

- Advertisement -
यह भी पढ़ें:  Darbhanga News: वकील के घर चोरी करने घुसा था शातिर, परिवार ने दरवाजा बंद कर दबोचा; पुलिस बोली- 'मानसिक विक्षिप्त है'

Child Marriage के खिलाफ कानूनी प्रावधान और दुष्परिणाम

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पैनल अधिवक्ता और नालसा आशा यूनिट के सदस्य नवाज अहमद ने इस सामाजिक बुराई के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि कम उम्र में बालक-बालिकाओं की शादी करने के बेहद गंभीर परिणाम होते हैं। सबसे पहले तो बच्चों की शिक्षा बीच में ही छूट जाती है, जिससे उनका भविष्य अंधकारमय हो सकता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। उन्होंने आगे बताया कि कच्ची उम्र में गृहस्थी की जिम्मेदारियों के कारण उनका मानसिक और शारीरिक विकास भी अवरुद्ध हो जाता है। विशेषकर लड़कियों के लिए कम उम्र में माँ बनना जच्चा और बच्चा दोनों के जीवन के लिए खतरनाक साबित होता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि लड़कों के लिए विवाह की कानूनी उम्र 21 वर्ष और लड़कियों के लिए 18 वर्ष है। इस कानून का उल्लंघन कर बाल विवाह कराना एक दंडनीय अपराध है।

- Advertisement -

शिकायत कहां और कैसे करें?

इस अवसर पर पारा विधिक स्वयंसेवक सह नालसा आशा यूनिट के सदस्य अनील कुमार ने लोगों को इस कुप्रथा के खिलाफ आवाज उठाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि बाल विवाह की कोई भी सूचना नजदीकी थाने में दी जा सकती है। इसके अतिरिक्त, चाईल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 एवं नालसा के हेल्पलाइन नंबर 15100 पर भी गोपनीय तरीके से शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। उन्होंने कहा कि समाज के हर व्यक्ति का यह कर्तव्य है कि वह इस बुराई को रोकने में अपना योगदान दे। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। इस जागरूकता कार्यक्रम में आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका सहित पोषक क्षेत्र के अनेक लाभार्थी और स्थानीय निवासी उपस्थित थे, जिन्होंने इस पहल को सराहा और भविष्य में सहयोग का आश्वासन दिया।

- Advertisement -

जरूर पढ़ें

रोहित शर्मा का शिकार करने का उत्तराखंड ने बनाया था खास प्लान! गेंदबाज ने खोले राज

Rohit Sharma: भारतीय क्रिकेट के 'हिटमैन' रोहित शर्मा के लिए विजय हजारे ट्रॉफी का...

विजय हजारे ट्रॉफी में रोहित शर्मा का पहली ही गेंद पर ‘शिकार’, गेंदबाज ने खोला बड़े प्लान का राज!

रोहित शर्मा: भारतीय क्रिकेट के 'हिटमैन' रोहित शर्मा का बल्ला अक्सर मैदान पर आग...

सास बहू और साज़िश: टेलीविजन की दुनिया का सबसे धमाकेदार शो, जानिए क्यों!

Saas Bahu Aur Saazish News: टेलीविजन की दुनिया में हर पल बदलती कहानियों और...

Adventure Motorcycles: 2025 की वो 5 धांसू एडवेंचर बाइक्स जिन्होंने मचाई धूम!

Adventure Motorcycles: भारतीय युवाओं के बीच लाइफस्टाइल से जुड़ी बाइक्स की लोकप्रियता लगातार बढ़...
error: कॉपी नहीं, शेयर करें