Darbhanga News| Benipur News|+2 High School Makra mpur… 1951 से आज तक स्कूल पहुंचने का रास्ता नहीं…मिला 3 महीनें के लिए उधार में रास्ता। जहां, बेनीपुर में पिछले दो दिनों से विद्यालय के बंद रास्ते को स्थानीय प्रशासन ने समझौता के माध्यम से बुधवार को खुलवाकर राहत की सांस ली है। प्रखंड क्षेत्र के उत्क्रमित प्लस टू उच्च विद्यालय मकरमपुर की स्थापना 1951 ई.में हुई थी। तब से लेकर आज तक विद्यालय तक जाने के लिए सरकार की ओर से की ओर से पथ नहीं बना है।
Darbhanga News| Benipur News|प्रधानाचार्य इंदिरा देवी ने बताया कई बार लिखित में आवेदन, लेकिन आजतक
इससे प्रशासन की उदासीनता साफ झलक रहा है। विद्यालय की प्रधानाचार्य इंदिरा देवी ने बताया कि विद्यालय के लिए पहुंच पथ के लिए कई बार प्रशासन को लिखित आवेदन दिया गया लेकिन आजतक कोई सार्थक पहल नहीं हुई। उन्होंने बताया कि वर्ष 2019 से पहले छात्र छात्राएं एवं शिक्षक के साथ साथ विद्यालय आने जाने वाले निजी भूमि से ही आवागमन चालू रखे हुए थे। इससे स्कूल जाने आने में शिक्षक छात्र छात्राओं को कोई दिक्कत नहीं होती थी।
Darbhanga News| Benipur News| तब प्रशासन की आंख खुली और आज बुधवार को सभी शिक्षक, छात्र छात्राएं सड़क पर खड़े थे।
लेकिन,अब उक्त भूमि का आपसी बंटबारे हो चुके हैं। सब अपने अपने जमीन में घर बना लिया। अब काफी दिक्कत हो रही है। रही सही कसर भी पूरी हो गई जब मंगलवार को स्थानीय भूमि मालिक ने बांस का जाफरी बनाकर को रास्ता अवरूद्ध कर दिया। इसके लिए पुनः एक बार फिर बीईओ, बीडीओ व वरीय पदाधिकारी को पत्र लिखकर रास्ता अवरूद्ध करने कि जानकारी दिया गया। तब प्रशासन की आंख खुली और आज बुधवार को सभी शिक्षक, छात्र छात्राएं सड़क पर खड़े थे।
Darbhanga News| Benipur News| बीईओ इंदु सिन्हा की पहल पर मिला उधार का रास्ता, वह भी सिर्फ तीन महीनें के लिए
इसी बीच बीईओ इंदु सिन्हा ने आकर अवरुद्ध रास्ता को जमीन मालिक को समझा बुझाकर रास्ता को साढ़े सात बजे सुबह मे खोल दिया गया। दो घंटे देर से स्कूल संचालन हुई। इस संबंध में बीडीओ प्रवीण कुमार से पूछने पर बताया कि यहां सरकारी जमीन नहीं है। सीओ अश्विनी कुमार से समस्या के निदान का अनुरोध किया गया है।
Darbhanga News| Benipur News| सीओ, थानाध्यक्ष पहुंचे,बातचीत हुई, निकला तत्काल वाला समाधान
इस बीच बुधवार को एक बजे दिन में सीओ अश्विनी कुमार एवं थानाध्यक्ष चंद्रकांत गौड़ी ने मकरमपुर गांव पहुंच कर स्थानीय लोगों व जमीन मालिक राधा कृष्ण चौधरी से अपील किया कि तीन माह तक इसी रास्ता से चलने दिया जाए। कोई न कोई विकल्प ढूंढ कर स्कूल के रास्ते निकाल दिए जाएंगे। इसी बात पर प्रशासन एंव ग्रामीणों के बीच सहमति बनी और अवरुद्ध रास्ते को तत्काल खोल दिया गया। इससे विद्यालय जाने आने में शिक्षक, शिक्षिकाओं छात्र-छात्राओं को कोई परेशानी न हो।