हनुमाननगर, देशज टाइम्स रिपोर्ट। हनुमाननगर सीएचसी के कर्मियों व अधिकारियों की करतूतों से इस प्रखंड क्षेत्र के लोग सहमे हुए हैं। इसका कारण यहां जिंदा ही नहीं, मुरदा को भी कोविड वैक्सीन दिया जाता है।
इस सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के लिए इस तरह की बातें आम हो चुकी हैं। यदि स्वास्थ्य महकमा इस सीएचसी के कोविड वैक्सिनेशन कार्यों की बारीकी से जांच करे तो फर्जीवाड़ा आइने की तरह झलकेगा।
ताजा मामला बहादुरपुर थाना क्षेत्र के महमदपुर सिनुआरा गांव से जुड़ा है। इस गांव के राम सकल सिंह के पुत्र राकेश कुमार सिंह ने इसी महीने की गत 21 तारीख को अपने मृतक पुत्र सुशांत कुमार सिंह को हेल्थ सब सेंटर विशनपुर में कार्यरत एएनएम अनीता कुमारी की ओर से मरणोपरांत कोविड वैक्सीन देने का आरोप लगाते हुए डीएम को आवेदन दिया है। साथ ही वैक्सीनेशन के फर्जीवाड़े में शामिल कर्मियों व अधिकारियों पर कार्रवाई की भी मांग की है। दिए गए आवेदन में आवेदक ने अपने पुत्र की मृत्यु पश्चात कोविड वैक्सीनेशन की बात कही है।
इनके मुताबिक गत वर्ष 24 नवंबर को डीएमसीएच में इलाज के दौरान इनके पुत्र की मृत्यु हो गई। लेकिन विशनपुर एचएससी की ओर से मरने के बाद भी उसे 6 मार्च 2022 को वैक्सिनेट किया गया। यही नहीं आवेदक का कहना है कि उनका जीवित पुत्र अंकित कुमार सिंह जो सीएम साईंस कॉलेज में बीएससी अंतिम वर्ष का छात्र है।
वर्तमान समय में झारखंड राज्य के धनबाद जिला अंतर्गत चिरकुंडा में अपने फूफा के घर पर रहकर परीक्षा की तैयारी कर रहा है। अंकित जब 19 जुलाई को चिरकुंडा पीएचसी पर जब कोविड का प्रीकॉशन डोज लेने पहुंचा तो वहां के कर्मियों ने उसे वैक्सिनेशन सर्टिफिकेट दिखाते हुए कहा कि आपको 14 जुलाई 2022 को ही बिहार राज्य के दरभंगा जिला अंतर्गत हनुमाननगर सीएचसी के एपीएचसी पंचोभ में एएनएम कुमारी शोभा द्वारा वैक्सिनेट किया गया है।
उपरोक्त संदर्भ में डीएम के आदेश के आलोक में जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी सह सदस्य सचिव कोविड वैक्सीनेशन, दरभंगा के कार्यालय से बीते 23 व 25 जुलाई हनुमाननगर सीएचसी प्रभारी व हेल्थ मैनेजर से स्पष्टीकरण मांगा गया है। इस संबंध में पूछे जाने पर सीएचसी प्रभारी डॉ. आरपी चौधरी व हेल्थ मैनेजर जमील अहमद ने बताया कि हमलोगों से वरीय अधिकारी ने जो स्पष्टीकरण मांगी, उसका जवाब दे दिया गया है।