दरभंगा, देशज टाइम्स अपराध ब्यूरो। वीजा दिलाने के नाम पर ठगी करने का मास्टर माइंड इमामुल हक के दरभंगा स्थित घर पर दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम ने छापेमारी की है। वहीं, बंद पड़े साइबर कैफे से लैपटॉप सहित कई अन्य सामान भी बरामद करते हुए टीम दो अन्य लोगों की तलाश में जुटी हुई है। वहीं, NIA की ओर से 2013 में गिरफ्तार आतंकी दानिश अंसारी का भांजा है इमाम। पढ़िए पूरी खबर
जानकारी के अनुसार, खाड़ी देश के नाम पर वीजा दिलवाने के नाम पर ठगी करने वाले मास्टरमाइंड इमामुल हक अंसारी उर्फ इमाम के घर पर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने छापेमारी की है। बता दें कि दरभंगा जिला के विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के शिवधारा स्थित घर के उसके सभी कमरे की तलाशी ली गई।
हालांकि उसके घर से कोई भी संदेहास्पद सामान नहीं मिला। उसके बाद टीम ने शिवधारा चौक स्थित उसके मार्केट में संचालित साइबर कैफे में छापेमारी की जहां से एक लैपटॉप सहित कई अन्य सामान को जब्त किया गया।
टीम में आये अधिकारियों ने इमाम के घर के सदस्यों से भी पूछ ताछ की है। इस छापेमारी को देखकर आसपास के लोग आने आप किनारा पकड़ते देखे गए। विश्वविद्यालय थानाध्यक्ष मदन प्रसाद ने बताया कि क्राइम ब्रांच की टीम इमामुल हक उर्फ इमाम को साथ लेकर पहुंची थी। छापामारी के बाद पूरी टीम इमाम को लेकर वापस लौट गई।
बताया जाता है कि छापेमारी के दौरान टीम ने दो अन्य लोगों की खोज की है। जो अपने अपने ठिकानों में से गायब पाए गए। ऐसी स्थिति में अनुमान लगाया जा रहा है की टीम फिर से छापेमारी कर सकती है। दरअसल दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को इमामुल हक के आतंकी गतिविधि में शामिल होने का संदेह है। इसे देखते हुए दिल्ली क्राइम ब्रांच ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए को पत्र लिखकर सारी जानकारी दे दी है।
बताया जाता है इमामुल हक दरभंगा के लहेरियासराय थाना क्षेत्र के चकजोहरा मुहल्ले से 21 जनवरी 2013 को NIA के द्वारा गिरफ्तार किये गए आतंकी दानिश अंसारी का भांजा है। बता दें कि दानिश पर जर्मन बेकरी कांड, चिन्नास्वामी स्टेडियम ब्लास्ट, जामा मस्जिद फायरिंग, और 2011 में मुंबई धमाकों का आरोपी बताया गया था। इस कारण दिल्ली की क्राइम ब्रांच की पुलिस इस मामले की गहराई से जांच करने में जुटी है।