Bihar Sugar Mill: बंद पड़ी मिलों में फिर से जान फूंकने की तैयारी, सूने पड़े चिमनियों से जल्द निकलेगा धुंआ, जिससे हजारों किसानों और युवाओं के जीवन में मिठास घुलेगी।
बिहार शुगर मिल: दरभंगा और मधुबनी की बंद चीनी मिलों में फिर से घुलेगी मिठास, DPR प्रक्रिया शुरू
बिहार शुगर मिल: उम्मीद की नई किरण: सकरी और रैयाम मिलों का पुनरुद्धार
दरभंगा और मधुबनी जिले की पहचान रहीं सकरी और रैयाम चीनी मिलों को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है। दशकों से बंद पड़ी इन मिलों को फिर से चालू करने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ाए जा रहे हैं। सहकारिता विभाग ने इन मिलों के पुनरुद्धार के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिससे क्षेत्र में उम्मीद की नई लहर दौड़ गई है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
इन चीनी मिलों के चालू होने से न सिर्फ किसानों को गन्ने का उचित मूल्य मिल पाएगा, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी नई गति मिलेगी। इससे किसान आय में उल्लेखनीय वृद्धि होने की संभावना है, जो ग्रामीण समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है। राज्य सरकार का यह कदम कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
नए मॉडल पर आधारित ये मिलें अत्याधुनिक तकनीक से लैस होंगी, जिससे उत्पादन क्षमता में वृद्धि होगी और पर्यावरण मानकों का भी पालन किया जा सकेगा। यह परियोजना क्षेत्र के हजारों युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी सृजित करेगी, जिससे पलायन की समस्या कम होगी। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
सहकारिता मॉडल और आधुनिक तकनीक का संगम
पुनरुद्धार की यह योजना सहकारिता मॉडल पर आधारित होगी, जिसका अर्थ है कि किसान और स्थानीय समुदाय सीधे तौर पर इसके संचालन और लाभ में भागीदार होंगे। यह मॉडल न केवल पारदर्शिता सुनिश्चित करेगा बल्कि मिलों की दीर्घकालिक स्थिरता के लिए भी महत्वपूर्ण होगा। अधिकारियों के अनुसार, डीपीआर तैयार होने के बाद आगे की प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा ताकि किसानों को अगले पेराई सत्र तक इसका लाभ मिल सके।


